नई दिल्ली। सूत्रों के अनुसार सितंबर में कैस्टर तेल का निर्यात 53,625 टन का हुआ है, जिसमें 25,995 टन अकेले चीन ने आयात किया है। मंगलवार को उत्पादक राज्यों में कैस्टर सीड के साथ ही तेल के भाव स्थिर बने रहे।
व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में बुआई में आई कमी से कैस्टर सीड का उत्पादन कम होने का अनुमान है, जिस कारण इसके भाव में हाल ही में तेजी आई है। उत्पादक मंडियों में पिछले दस दिनों में कैस्टर सीड के भाव 75 से 80 रुपये प्रति 20 किलो तक तेज हुए हैं।
गुजरात की मंडियों में मंगलवार को कैस्टर सीड के भाव 1,310 से 1,330 रुपये प्रति 20 किलो पर स्थिर बने रहे, जबकि 21 सितंबर को इसे भाव 1,230 से 1,255 रुपये प्रति 20 किलो थे। इस दौरान कैस्टर तेल की कीमतों में भी 50 से 55 रुपये प्रति 10 किलो की तेजी आई है। राजकोट में कमर्शियल तेल के भाव बढ़कर सोमवार को 1,340 रुपये और एफएसजी के 1,350 रुपये प्रति 10 किलो हो गए, जबकि 21 सितंबर को इसके भाव क्रमश: 1,285 रुपये और एफएसजी के 1,295 रुपये प्रति 10 किलो थे।
देशभर की मंडियों में कैस्टर सीड की दैनिक आवक मंगलवार को 36 से 37 हजार बोरी, एक बोरी 35 किलो की हुई, जिसमें से गुजरात की मंडियों में 28 हजार बोरी तथा राजस्थान की मंडियों में पांच से छह हजार बोरियों की हो रही है। इसके अलावा करीब 2,500 से 3,000 बोरी सीधे मिल पहुंच का व्यापार हो रहा है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन में 20 सितंबर तक प्रमुख उत्पादक राज्यों में कैस्टर सीड की बुआई घटकर केवल 8 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 9.50 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें