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14 अक्टूबर 2024

चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में ग्वार गम का निर्यात 7.18 फीसदी बढ़ा

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान देश से ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में 7.18 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड की आवक शुरू हो गई है तथा मौसम साफ है इसलिए आगामी दिनों में दैनिक आवकों में और बढ़ोतरी की उम्मीद है।


वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2024-25 के अप्रैल से अगस्त के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 1.94 लाख टन का हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 1.81 लाख टन का ही हुआ था।

मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले पांच महीनों के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 2,006.65 करोड़ रुपये का हुआ है।

देशभर की मंडियों में गुरुवार को ग्वार सीड की दैनिक आवक बढ़कर 25 से 26 हजार बोरियों की हुई। इसमें नए ग्वार सीड की हिस्सेदारी 19 से 20 हजार बोरियों की तथा पुरानी की पांच से छह हजार बोरियों की रही।

व्यापारियों के अनुसार मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव से क्रूड तेल की आपूर्ति प्रभावित होने के डर से कीमतों में तेजी आई है, तथा दिसंबर का ब्रेंट क्रूड वायदा 1.55 फीसदी बढ़कर 77.77 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इसका असर घरेलू बाजार में ग्वार सीड और ग्वार गम की कीमतों पर पड़ रहा है।

चालू सीजन में ग्वार सीड की बुआई में आई कमी से उत्पादन अनुमान कम है, जिस कारण नए फसल की आवक के समय ही स्टॉकिस्ट सक्रिय हो गया है। इसलिए हाल ही में इसके दाम तेज हुए हैं।

हरियाणा की सिरसा मंडी में गुरुवार को ग्वार सीड के भाव 4,500 से 5,241 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। एनसीडीएक्स पर ग्वार सीड के नवंबर वायदा अनुबंध में 106 रुपये की तेजी आकर भाव 5,594 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि ग्वार गम के नवंबर महीने के वायदा अनुबंध में 293 रुपये की तेजी आकर दाम 11,411 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

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