नई दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में गुजरात में मूंगफली का रिकार्ड उत्पादन 42.19 लाख टन होने का अनुमान है, जोकि पिछले साल के 33.45 लाख टन की तुलना में 26 फीसदी ज्यादा है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया, एसईए द्वारा जारी सर्वे रिपोर्ट के अनुसार गुजरात में मूंगफली की प्रति हेक्टेयर औसत उत्पादकता चालू खरीफ सीजन में 2210 किलोग्राम होने का अनुमान है।
राज्य सरकार के अनुसार चालू फसल सीजन 2024-25 के खरीफ सीजन में राज्य में मूंगफली की बुआई 19.09 लाख हेक्टेयर में हुई है, जोकि 2023-24 के 16.35 लाख हेक्टेयर की तुलना में 2.74 लाख हेक्टेयर अधिक है। देशभर में मूंगफली की बुआई चालू खरीफ सीजन में 47.8 लाख हेक्टेयर में हुई है।
एसईए के अनुसार पिछले दो सप्ताह में राज्य के कुछ जिलों में छिटपुट बारिश के कारण अगेती फसल को नुकसान हुआ है, जिसे फसल अनुमान (वर्तमान) में कम करके आंका गया है। पिछले तीन दिनों में सौराष्ट्र के भी कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिससे खेतों में कटी और पड़ी फसल को और अधिक नुकसान हो सकता है और आवक में भी देरी होने की आशंका है। अत: दिवाली के बाद परिषद एक बार फिर से फसल की समीक्षा करेगी और अगर फसल को नुकसान हुआ पाया जाता है, तो फसल अनुमान को संशोधित कर सकती है।
केंद्र सरकार ने मूंगफली का न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी 6,783 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है, जबकि अच्छी गुणवत्ता (एफएक्यू) के भाव मंडियों में एमएसपी से नीचे 6,250 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।
राज्य की गोंडल मंडी में सोमवार को मूंगफली की आवक 60 हजार बोरी (1 बोरी-35 किलो) से ज्यादा की हुई जबकि व्यापार केवल 32 से 34 हजार बोरियों के हुए। मंडी में एवरेज क्वालिटी के भाव 1090-1250 रुपये और बेस्ट क्वालिटी के भाव 1080-1220 रुपये प्रति 20 किलो रहे।राज्य की राजकोट मंडी में एवरेज क्वालिटी की मूंगफली के भाव 1040-1320 रुपये और बेस्ट क्वालिटी के भाव 1000-1200 रुपये प्रति 20 किलो रहे। गुजरात की मंडियों में सोमवार को मूंगफली की कुल आवक करीब पौने दो लाख बोरियों की हुई।
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