सरसों उप्जाऊ वाले राज्यों की मंडियों में 7 मार्च 2022 से 25 मार्च तक सरसों की जोरदार आमदनी हुई थी परन्तु इस हफ्ते में घटे हुए भावों के कारण किसानों ने सरसों की आमदनी घटाई है अप्रैल के पहले हफ्ते में ही आमदनी समय के हिसाब से बहुत ज्यादा कम चल रही है मार्च महीने में कुल आमदनी 24 लाख 65 हजार बोरी भरती 50 किलो में के करीब करीब आंकी गई थी यानी 4 मार्च को सरसों की आमदनी में मामूली बढ़ोत्तरी भी देखी गयी थी पर नवरात्र लगने पहले 28 मार्च को 7 लाख 5 हजार बोरी 30 मार्च को 5 लाख 7 हजार बोरी 31मार्च को 3 लाख 7 हजार बोरी की आमदनी मंडियों में आंकी गयी थी 1अप्रैल को यह आमदनी बढ़कर 5 लाख 2 हज़ार बोरी 4 अप्रैल सोमवार को 7 लाख बोरी 5 अप्रैल को 9 लाख10 हजार 5अप्रैल को 8 लाख 5 हजार बोरी पहुंची थी रिकॉर्ड पैदावार के बावजूद आमदनी का धीमा पड़ना किसानों द्वारा स्टॉक रोकना है क्रशिंग भी घट सकती है दुसरे खाने वाले तेलों के भाव ऊंचे होने के कारण अन्य प्रोसेसर्स क्रशिंग से परहेज कर सकते हैं यही सिलसिला जारी रहा तो पाम तेल व सोया तेल का आयात और बढ़ सकता हैं इस साल जोरदार पैदावार 1करोड 15 लाख टन पहुंची है जो पिछले साल से 28% ज्यादा है लेकिन जब तक पेराई जोर नहीं पकडती तब तक किसान भी सरसों की बिकवाली शुरू नहीं करेंगे किसानों द्वारा लम्बे समय तक स्टॉक रोका गया तो सरसों में आगे जोरदार तेजी बन सकती है
06 अप्रैल 2022
सरसों के कम भाव होने के कारण किसानों ने मंडियों में सरसों की आमदनी घटाई
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