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28 अप्रैल 2022

इंडोनेशिया ने क्रुड पाम तेल के निर्यात पर भी लगाई रोक, सरसों के साथ ही तेल होगा महंगा

नई दिल्ली। इंडोनेशिया ने सभी तरह के खाद्य तेलों के निर्यात पर भी रोक लगा दी है जिससे घरेलू बाजार में सरसों के साथ ही खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आयेगी। घरेलू बाजार में बुधवार को सरसों की कीमतों में 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के दाम 100 रुपये बढ़कर 7,375 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि सरसों की दैनिक आवक घटकर 6.50 लाख बोरियों की हुई।

इंडोनेशिया ने साफ कर दिया है कि रिफाइंड, ब्लीच्ड, आरबीडी पोमीलन के साथ ही क्रुड पॉम तेल के निर्यात पर भी रोक लगेगी। यह रोक 28 अप्रैल को आधी रात से लागू हो जायेग। इंडोनेशिया दुनिया में पॉम तेल का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है। तथा इंडोनेशिया ने घरेलू बाजार में कुकिंग ऑयल की कमी और आसमान छूती कीमतों की समस्या से निबटने के लिए सभी तरह के खाने के तेलों के निर्यात पर रोक लगाने का फैसला किया है। इससे पहले इंडोनेशिया ने क्रुड पॉम तेल को रोक की श्रेणी से बाहर रखा था।

इंडोनेशिया द्वारा सभी तरह से खाने के तेलों पर निर्यात की घोषणा से मलेशिया में पॉम तेल के दाम 9 फीसदी से ज्यादा तेज हो गए, जोकि एक दिन में आने वाली सबसे बड़ी तेजी है। जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में मलेशिया में पॉम तेल के भाव 601 रिगिंट यानि 6.39 फीसदी बढ़कर 7,001 रिगिंट प्रति टन के स्तर पर पहुंच गए। इस दौरान शिकागों में इलेक्ट्रानिक ट्रेडिंग में सोयाबीन, सोया तेल और मील के भाव में भी तेजी दर्ज की गई।

व्यापारियों के अनुसार इंडोनेशिया द्वारा खाने तेलों पर पूरी तरह से रोक लगा देने से आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आयेगी, जिससे घरेलू बाजार में खाद्य तेलों एवं तिलहन की कीमतों में और बढ़ोतरी होगी। किसानों के साथ ही स्टॉकिस्ट सरसों की बिकवाली भी कम रहे हैं, जिस कारण उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़ने के बजाए कम हो गई, इसलिए घरेलू बाजार में आगे सरसों एवं इसके तेल के दाम और तेज होने की उम्मीद है।

देशभर की मंडियों में बुधवार को सरसों की दैनिक आवक घटकर 6.50 लाख बोरी की ही हुई, जबकि मंगलवार को आवक 7 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में 3.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश में 50 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश में 1 लाख बोरी, हरियाणा और पंजाब में 70 हजार बोरी, गुजरात में 35 हजार बोरी तथा अन्य राज्यों की मंंडियों में 70 हजार बोरियों की आवक दर्ज की गई।

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