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12 अप्रैल 2022

चालू पेराई सीजन में चीनी का रिकार्ड 350 लाख टन उत्पादन का अनुमान, निर्यात भी नए स्तर पर

नई दिल्ली। गन्ने की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता में बढ़ोतरी होने के साथ ही रिकवरी की दर भी ज्यादा आने से चालू पेराई सीजन 2021-22 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान में चीनी का उत्पादन बढ़कर रिकार्ड 350 लाख टन होने का अनुमान है। इस दौरान देश का चीनी का निर्यात भी बढ़कर 85 से 90 लाख टन होने की उम्मीद है, जोकि अभी तक का रिकार्ड तो होगा, साथ ही बगैर सरकारी सब्सिडी के होगा। जिससे उद्योग के साथ ही गन्ना किसानों को फायदा होगा।

इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पनादन बढ़कर 350 लाख टन होने का अनुमान है, जोकि पहले के अनुमान 310 लाख टन से 40 लाख टन ज्यादा है। महाराष्ट्र के साथ ही कनार्टक में चालू पेराई सीजन में मार्च 2022 के अंत तक क्रमश: 119 लाख टन और 58 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है, जबकि इन राज्यों में अभी भी क्रमश: 167 और 21 चीनी मिलों में पेराई चल रही है।

इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन 2021-22 के दौरान महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन बढ़कर 134 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि पहले अनुमान 126 लाख टन का था। इसी तरह से कर्नाटक में चीनी का उत्पादन बढ़कर 62 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि पहले अनुमान 55 लाख टन का था। उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन आरंभिक अनुमान 152 लाख टन से बढ़कर 154 लाख टन होने का अनुमान है।

उद्योग के अनुसार चालू पेराई सीजन में जहां गन्ने की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता ज्यादा आ रही है, वहीं गन्ने में रिकवरी की दर भी बढ़ी है।

इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में 74 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हो चुके हैं, जिसमें से मार्च अंत तक 57 लाख टन चीनी के निर्यात की शिपमेंट भी हो चुकी है। अप्रैल अंत तक और भी 7 से 8 लाख टन चीनी के निर्यात सौदें हो जायेंगे। अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक घरानों के अनुसार भारत से 85 लाख टन चीनी के निर्यात की उम्मीद है, जबकि इस्मा की बैठक में देश से चालू पेराई सीजन में 90 लाख टन से अधिक चीनी का निर्यात होने का अनुमान है।

पहली अक्टूबर 2021 को 82 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक बचा हुआ था, जबकि 350 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान है। देश में चीनी की सालाना खपत 272 लाख टन के अलावा 90 लाख टन चीनी के निर्यात को मिला दें, तो चालू पेराई सीजन के अंत 30 सितंबर 2022 को 68 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक बचेगा।

जानकारों के अनुसार चालू महीने के अंत तक अधिकांश चीनी मिलों में पेराई बंद हो जायेगी, जबकि खपत का सीजन होने के कारण चीनी की घरेलू मांग बनी रहेगी। इसलिए चीनी की मौजूदा कीमतों में आगे 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी बनने की उम्मीद है। दिल्ली में शुक्रवार को एम ग्रेड चीनी के भाव 3,650 रुपये और उत्तर प्रदेश में एक्स फैक्ट्री भाव 3,400 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

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