नई
दिल्ली। नीचे दाम पर स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आने के कारण बुधवार को
दिल्ली के नया बाजार में बर्मा की अरहर के भाव में सुधार आया, जबकि अन्य
दालों की कीमतें स्थिर बनी रही।
व्यापारियों के बाजार में धन की
तंगी होने के कारण त्यौहारी सीजन के पहले दालों की खुदरा और थोक मांग कमजोर
बनी हुई है। इसके अलावा, सरकारी नीतियों में बदलाव और हस्तक्षेप के कारण
व्यापार सीमित मात्रा में ही हो रहा है। मिलर्स, व्यापारी और स्टॉकिस्ट
केवल जरुरत के हिसाब ही खरीद कर रहे हैं।
दाल मिलों की हाजिर मांग
सुधरने से दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर नई के साथ ही पुरानी के भाव में
50—50 रुपये की तेजी आकर भाव 6,350 रुपये और 6,500 रुपये प्रति क्विंटल हो
गए। हालांकि, हाजिर बाजार में अफ्रीका की अरहर सस्ती है, साथ ही उसकी
क्वालिटी भी काफी हल्की है, जबकि आगे आयातित अरहर की आवक भी बढ़ेगी, इसलिए
इसकी कीमतों में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।
दाल मिलों की हाजिर
सीमित होने के कारण दिल्ली में बर्मा उड़द एसक्यू पुरानी और नई की कीमतें
क्रमश: 8,075 से 8,100 रुपये और 8,125 से 8,150 रुपये प्रति क्विंटल पर
स्थिर बने रहे। इसी तरह उड़द एफएक्यू के भाव भी 7,150 रुपये प्रति क्विंटल
टिके रहे।
नेफेड मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में उड़द के पुराने स्टॉक की बिकवाली कर रही है।
दाल
मिलों की कमजोर मांग से दिल्ली में मध्य प्रदेश और कनाडा की मसूर के भाव
क्रमश: 7,600 रुपये और 7,450 रुपये प्रति क्विंटल स्थिर बने रहे।
सूत्रों
के अनुसार, नेफेड ने आयातित मसूर की खरीद हाजिर बाजार से कर रही है लेकिन
व्यापारियों को डर है कि नेफेड आगे इसके भाव घटाकर बिकवाली कर सकती है।
13 अक्तूबर 2021
दिल्ली में बर्मा की अरहर के भाव बढ़े, अन्य दालों की कीमतें स्थिर
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