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06 अक्तूबर 2021

स्थानीय मिलों की कमजोर मांग से बर्मा की अरहर एवं उड़द के साथ ​ही मसूर के भाव दिल्ली में नरम

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण बुधवार को दिल्ली के नया बाजार में बर्मा की अरहर एवं उड़द के साथ ​ही मसूर के भाव में नरमी दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार त्यौहारी मांग के कारण चालू महीने के मध्य तक दालों की मांग में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।

दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर पुरानी और नई के भाव में 25-25 रुपये की गिरावट आकर भाव 6,450 से 6,475 रुपये और 6,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। हाजिर बाजार में अफ्रीका की अरहर सस्ती है, साथ ही आगे आयातित अरहर की आवक भी बढ़ेगी, इसलिए इसकी कीमतों पर दबाव देखा गया। इसके अलावा, अफ्रीका की अरहर में नमी ज्यादा होने के कारण हल्की क्वालिटी है।

दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण दिल्ली में बर्मा उड़द एसक्यू पुरानी और नई की कीमतों में 25-50 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 8,100 से 8,125 रुपये और 8,150 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इसी तरह उड़द एफएक्यू के भाव में भी 25 रुपये की गिरावट आकर भाव 7,150 से 7,175 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। महाराष्ट्र लाईन की नई उड़द के भाव क्वालिटीनुसार 7,400-7,700 रुपये प्रति क्विंटल पर व्यापार कर रहे हैं। नेफेड मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अपने पुराने स्टॉक की लगातार बिकवाली कर रही है।

हालांकि, नई खरीफ उड़द की मंडियों में जो आवक हो रही है, उसकी क्वसालिटी काफी हल्की है, जबकि मिलर्स और व्यापारी अच्छी क्वालिटी की नई उड़द की खरीद कर रहे हैं। बारिश और कीटों के हमले से खरीफ उड़द की फसल को कई क्षेत्रों में 50 से 60 फीसदी तक नुकसान होने की आशंका है, साथ ही नई फसल में नमी की मात्रा भी 20 से 25 फीसदी की आ रही है, अत: अच्छी क्वालिटी की उड़द में मिलों की मांग बनी रहने की उम्मीद है।

दाल मिलों की कमजोर मांग से दिल्ली में मध्य प्रदेश की मसूर की कीमतों में 25 रुपये की गिरावट आकर भाव 7,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि कनाडा की मसूर के भाव 7,600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। सूत्रों के अनुसार, नेफेड ने आयातित मसूर की खरीद हाजिर बाजार से कर रही है।

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