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14 मार्च 2020

उत्तर भारत में बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं, जौ, चना और सरसों को भारी नुकसान

आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों में पिछले 48 घंटों में हुई भारी बारिश के साथ ही तेज हवा चलने और ओलावृष्टि से गेहूं, जौ, चना और सरसों के साथ ही सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) अगले 24 घंटों में पहाड़ी राज्यों में जहां बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है, वहीं मैदानी भागों में बारिश के साथ ही ओलावृष्टि होने से किसानों की मुश्किल अभी कम नहीं हुई है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार पंजाब में लगातार दूसरे दिन बरनाला, मुक्तसर, संगरूर व गुरदासपुर सहित कई जिलों में तेज बारिश हुई। संगरूर के लहरागागा, गुरदासपुर व तरनतारन के कई क्षेत्रों में हल्की ओलावृष्टि भी हुई जिससे गेहूं की फसल खेतों में गिर गई है। राज्य के कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार तेज हवाओं और ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश ने राज्य के कुछ हिस्सों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है, राज्य सरकार ने शुक्रवार को फसल नुकसान के आकलन के लिए एक विशेष 'गिरदावरी' का आदेश दिया है।
हरियाणा के सात जिलों में लगातार तीसरे दिन तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय रहने से हरियाणा के सात जिलों में लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। इससे लाखों हेक्टेयर में लगी सरसों, गेहूं और सब्जियों की फसलों को 50 से 80 फीसदी तक नुकसान होने की आशंका है। मौसम केंद्र चंडीगढ़ के मुताबिक हिसार में 23 साल बाद सबसे अधिक 37 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, रेवाड़ी में 54 एमएम बारिश हुई, जबकि पूरे हरियाणा में 12.5 एमएम औसत बारिश दर्ज की गई है। महेंद्रगढ़, भिवानी, रोहतक, फतेहाबाद, रेवाड़ी, चरखी दादरी, सोनीपत समेत कई जिलों में लगातार तीसरे दिन ओले पड़ने और तेज हवाओं के साथ बारिश होने से फसलें तबाह हो गईं। हरियाणा सरकार फसलों को हुए नुकसान की गिरदावरी के पहले ही आदेश दे चुकी है। हरियाणा के कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने ट्वीट किया है कि ओलावृष्टि से अनेकों गांवों में काफी नुकसान हुआ है। किसान भाइयों घबराने की जरुरत नहीं है, हरियाणा सरकार आपके नुकसान की भरपाई करेगी।
राजस्थान में ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्री विभिन्न हिस्सों का जायजा लेंगे
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्री प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 4, 5 और 6 मार्च को हुई ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेंगे और प्रभावित किसानों से मुलाकात करेंगे। फसल खराबे से पीड़ित किसानों को आपदा राहत नियमों के तहत जल्द से जल्द सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने एक अन्य ट्वीट कर कहा कि प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश व ओलवृष्टि की खबरें प्राप्त हुई है इससे किसान भाइयों की फसलो को नुकसान पहुँचा है किसान भाईं घबराये नहीं, चिंतित ना हो, प्रदेश में किसान हितैषी सरकार है। सर्वे के निर्देश दे दिये गये है
नुकसान की भरपाई होगी, संकट की इस घड़ी में सरकार आपके साथ खड़ी है।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री ने किसानों को तत्काल राहत देने के दिए निर्देश
बेमौसम बारिश और ओलवृष्टि से उत्तर प्रदेश में गेंहू, मटर, आलू और तिलहन की हजारों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में पूर्वाचल से लेकर पश्चिमी जिलों तक खेतों में गिरी पड़ी फसलों को देखकर किसान बेहाल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में एक से छह मार्च तक विभिन्न क्षेत्रों में हुई बारिश और ओले गिरने से सात जिलों में फसलों को नुकसान पहुंचा है। सात जिलों में कुल 2,37,374 किसानों की कुल 1,72,001 हेक्टेयर फसलें प्रभावित हुई हैं।
किसानों को बारिश से बर्बाद हुई फसलों के लिए उचित मुआवजा दिया जाए—प्रियंका
उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिलों में दूसरे दिन भी बारिश और ओले गिरने से गेहूं, मटर, आलू और तिलहन की हजारों हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई। बारिश के साथ चली तेज हवा से अमेठी, रायबरेली, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सीतापुर और बाराबंकी में गेहूं की फसल खेतों में गिर गई है। वहीं, सुल्तानपुर में जहां दो लोगों की मौत हो गई। बारिश से बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला किया है। उन्होंने  ट्वीट कर कहा कि किसानों को बारिश से बर्बाद हुई फसलों के लिए उचित मुआवजा देने की मांग की है। इन किसानों का दर्द सुनिए। ओलावृष्टि और भारी बारिश के चलते उत्तर प्रदेश की तमाम जगहों पर किसानों की फसल बर्बाद हो गई। कई किसानों की तो 80 फीसदी तक फसल बर्बाद हो गई है। यूपी की भाजपा सरकार को कोरे दावे करने की बजाय नुकसान का पूरा आंकलन करके किसानों को उचित मुआवजा देना चाहिए।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान ओलावृष्टि और बारिश का अनुमान
पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी दिशा में लद्दाख पर पहुँच गया है। इसके प्रभाव से बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पश्चिमी राजस्थान पर है। इस सिस्टम से एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश और बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों पर बने सर्कुलेशन तक सक्रिय है। अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में अच्छी बारिश और हिमपात जारी रहने की संभावना है। इस दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में ओलावृष्टि के साथ अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ बौछारें गिरने के आसार हैं। ओडिशा, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ में भी छिटपुट बारिश की संभावना है। केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह तथा लक्षद्वीप में भी हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है।
जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश और बर्फबारी हुई
पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में काफी व्यापक बारिश और बर्फबारी हुई। उत्तराखंड और लद्दाख में भी कुछ स्थानों पर वर्षा और हिमपात दर्ज किया गया है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि के साथ-साथ बारिश तेज़ वर्षा हुई है। ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी मध्यम बारिश और बादलों की गर्जना के साथ ओलावृष्टि की गतिविधियाँ देखने को मिलीं। छत्तीसगढ़ और बिहार में भी कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। केरल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। गुजरात, महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र और दक्षिण-पूर्वी तथा उत्तरी मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई। असम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में हल्की से मध्यम बारिश देखी गई।..........  आर एस राणा

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