आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू सीजन में 29 फरवरी तक 27.50 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) का निर्यात हो चुका है, जबकि इस दौरान 12 लाख गांठ कपास का आयात भी हो चुका है। पहली अक्टूबर 2020 से शुरू होने नए कपास सीजन में बकाया स्टॉक बढ़कर 38.50 लाख गांठ का बचने का अनुमान है, जोकि चालू पेराई सीजन के 32 लाख गांठ से ज्यादा है।
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) ने चालू सीजन में कपास के उत्पादन का अनुमान 354.50 लाख गांठ पर ही स्थिर रखा है, जबकि चालू सीजन में पहली अक्टूबर 2019 से फरवरी अंत तक उत्पादक मंडियों में कपास की आवक 254.43 लाख गांठ की हो चुकी है। पिछले साल कपास का उत्पादन 312 लाख गांठ का ही हुआ था। कपास में यार्न मिलों की मांग कमजोर है, जिस कारण उत्पादक मंडियों में भाव लगभग स्थिर हो गए हैं। कपास में चीन की आयात मांग बढ़ने पर ही विश्व बाजार में दाम बढ़ेंगे, उसके बाद ही घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में सुधार आने का अनुमान है।
उत्तर भारत के साथ ही मध्य और दक्षिण के राज्यों में उत्पादन अनुमान ज्यादा
चालू सीजन में उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कपास का उत्पादन 61 लाख गांठ का उत्पादन होने का अनुमान है जोकि पिछले साल के 52.90 लाख गांठ से ज्यादा है। इसी तरह मध्य भारत के राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 197 लाख गांठ का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इन राज्यों में 180.63 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। इसी तरह से दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में 91.50 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान है जोकि पिछले साल के 67.55 लाख गांठ से ज्यादा है। ओडिशा में चार लाख गांठ और अन्य राज्यों में एक लाख गांठ का उत्पादन होने का अनुमान है।
कपास के आयात में कमी का अनुमान, निर्यात पिछले साल के बराबर
सीएआई के अनुसार चालू फसल सीजन में कपास के आयात में 7 लाख गांठ की कमी आकर कुल आयात 25 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 32 लाख गांठ का आयात हुआ था। चालू सीजन में कपास का निर्यात 42 लाख गांठ का होने का अनुमान है, जोकि पिछले साल के लगभग बराबर ही है।. ....... आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू सीजन में 29 फरवरी तक 27.50 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) का निर्यात हो चुका है, जबकि इस दौरान 12 लाख गांठ कपास का आयात भी हो चुका है। पहली अक्टूबर 2020 से शुरू होने नए कपास सीजन में बकाया स्टॉक बढ़कर 38.50 लाख गांठ का बचने का अनुमान है, जोकि चालू पेराई सीजन के 32 लाख गांठ से ज्यादा है।
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) ने चालू सीजन में कपास के उत्पादन का अनुमान 354.50 लाख गांठ पर ही स्थिर रखा है, जबकि चालू सीजन में पहली अक्टूबर 2019 से फरवरी अंत तक उत्पादक मंडियों में कपास की आवक 254.43 लाख गांठ की हो चुकी है। पिछले साल कपास का उत्पादन 312 लाख गांठ का ही हुआ था। कपास में यार्न मिलों की मांग कमजोर है, जिस कारण उत्पादक मंडियों में भाव लगभग स्थिर हो गए हैं। कपास में चीन की आयात मांग बढ़ने पर ही विश्व बाजार में दाम बढ़ेंगे, उसके बाद ही घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में सुधार आने का अनुमान है।
उत्तर भारत के साथ ही मध्य और दक्षिण के राज्यों में उत्पादन अनुमान ज्यादा
चालू सीजन में उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कपास का उत्पादन 61 लाख गांठ का उत्पादन होने का अनुमान है जोकि पिछले साल के 52.90 लाख गांठ से ज्यादा है। इसी तरह मध्य भारत के राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 197 लाख गांठ का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इन राज्यों में 180.63 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। इसी तरह से दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में 91.50 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान है जोकि पिछले साल के 67.55 लाख गांठ से ज्यादा है। ओडिशा में चार लाख गांठ और अन्य राज्यों में एक लाख गांठ का उत्पादन होने का अनुमान है।
कपास के आयात में कमी का अनुमान, निर्यात पिछले साल के बराबर
सीएआई के अनुसार चालू फसल सीजन में कपास के आयात में 7 लाख गांठ की कमी आकर कुल आयात 25 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 32 लाख गांठ का आयात हुआ था। चालू सीजन में कपास का निर्यात 42 लाख गांठ का होने का अनुमान है, जोकि पिछले साल के लगभग बराबर ही है।. ....... आर एस राणा
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