आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2019-20 में चीनी का उत्पादन 265 लाख टन होने का अनुमान है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चीनी का उत्पादन पहले अनुमान से पांच लाख टन ज्यादा होने का अनुमान है।
इस्मा ने अपने आरंभिक उत्पादन अनुमान में देश में 260 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान जारी किया था, जोकि पिछले साल के 330 लाख टन से 70 लाख टन कम था। इस्मा द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन पिछले पेराई सीजन 2018-19 के लगभग बराबर ही 118 लाख टन होने का अनुमान है।
बेमौसम बारिश और बाढ़ तथा सूखे से कर्नाटक और महाराष्ट्र में गन्ने की फसल को नुकसान हुआ था, जिस कारण इन राज्यों में चीनी के उत्पादन अनुमान में कमी आने का अनुमान है। महाराष्ट्र में पिछले पेराई सीजन में 107.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था, जबकि चालू पेराई सीजन में केवल 62 लाख टन ही उत्पादन होने का अनुमान है। कर्नाटक में चीनी का उत्पादन पिछले साल पेराई सीजन के 44.30 लाख टन से घटकर चालू पेराई सीजन में केवल 33 लाख टन उत्पादन का ही अनुमान है।
अन्य चीनी उत्पादक राज्यों में उत्पादन 52 लाख टन ही होने का अनुमान
इस्मा के अनुसार तमिलनाडु, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, बिहार, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तराखंड में चीनी का उत्पादन चालू पेराई सीजन में 52 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पहले आरंभिक अनुमान के लगभग बराबर ही है। चालू पेराई सीजन में चीनी के उत्पादन अनुमान में तो कमी आने की आशंका है, लेकिन पहली अक्टूबर 2019 को जब पेराई सीजन आरंभ हुआ तो, घरेलू मिलों के पास करीब 145 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक मौजूद था। देश में चीनी की सालाना खपत करीब 255 से 260 लाख टन की ही होती है।
मध्य फरवरी तक चीनी के उत्पादन में आई है कमी
केंद्र सरकार ने चालू पेराई सीजन 2019-20 के लिए 60 लाख टन चीनी के निर्यात का कोटा तय किया है, जिसमें से करीब 32 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हो चुके हैं। केंद्र सरकार चीनी के निर्यात पर मिलों को 10.44 रुपये प्रति किलो की दर से प्रोत्साहन राशि दे रही है, जिससे निर्यात सौदों में तो सुधार आया है लेकिन गन्ना किसानों का बकाया लगातार बढ़ ही रहा है। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का बकाया बढ़कर 24 फरवरी 2020 तक 7,392 करोड़ रुपये से ज्यादा का हो चुका है। उद्योग के अनुसार पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 15 फरवरी तक 169.85 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है, जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के 219.66 लाख टन से कम है।...............आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2019-20 में चीनी का उत्पादन 265 लाख टन होने का अनुमान है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चीनी का उत्पादन पहले अनुमान से पांच लाख टन ज्यादा होने का अनुमान है।
इस्मा ने अपने आरंभिक उत्पादन अनुमान में देश में 260 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान जारी किया था, जोकि पिछले साल के 330 लाख टन से 70 लाख टन कम था। इस्मा द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन पिछले पेराई सीजन 2018-19 के लगभग बराबर ही 118 लाख टन होने का अनुमान है।
बेमौसम बारिश और बाढ़ तथा सूखे से कर्नाटक और महाराष्ट्र में गन्ने की फसल को नुकसान हुआ था, जिस कारण इन राज्यों में चीनी के उत्पादन अनुमान में कमी आने का अनुमान है। महाराष्ट्र में पिछले पेराई सीजन में 107.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था, जबकि चालू पेराई सीजन में केवल 62 लाख टन ही उत्पादन होने का अनुमान है। कर्नाटक में चीनी का उत्पादन पिछले साल पेराई सीजन के 44.30 लाख टन से घटकर चालू पेराई सीजन में केवल 33 लाख टन उत्पादन का ही अनुमान है।
अन्य चीनी उत्पादक राज्यों में उत्पादन 52 लाख टन ही होने का अनुमान
इस्मा के अनुसार तमिलनाडु, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, बिहार, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तराखंड में चीनी का उत्पादन चालू पेराई सीजन में 52 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पहले आरंभिक अनुमान के लगभग बराबर ही है। चालू पेराई सीजन में चीनी के उत्पादन अनुमान में तो कमी आने की आशंका है, लेकिन पहली अक्टूबर 2019 को जब पेराई सीजन आरंभ हुआ तो, घरेलू मिलों के पास करीब 145 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक मौजूद था। देश में चीनी की सालाना खपत करीब 255 से 260 लाख टन की ही होती है।
मध्य फरवरी तक चीनी के उत्पादन में आई है कमी
केंद्र सरकार ने चालू पेराई सीजन 2019-20 के लिए 60 लाख टन चीनी के निर्यात का कोटा तय किया है, जिसमें से करीब 32 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हो चुके हैं। केंद्र सरकार चीनी के निर्यात पर मिलों को 10.44 रुपये प्रति किलो की दर से प्रोत्साहन राशि दे रही है, जिससे निर्यात सौदों में तो सुधार आया है लेकिन गन्ना किसानों का बकाया लगातार बढ़ ही रहा है। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का बकाया बढ़कर 24 फरवरी 2020 तक 7,392 करोड़ रुपये से ज्यादा का हो चुका है। उद्योग के अनुसार पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 15 फरवरी तक 169.85 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है, जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के 219.66 लाख टन से कम है।...............आर एस राणा
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