केंद्र
सरकार ने 2.50 लाख टन उड़द आयात के लिए तय मियाद को एक महीना बढ़ा दिया
है। आयातक अब उड़द का आयात 30 अप्रैल 2020 तक कर सकेंगे। इससे पहले केंद्र
सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए उड़द के आयात की तय सीमा 31 मार्च
2020 तय कर रखी थी।
वाणिज्य मंत्रालय के अधीन आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय, डीजीएफटी द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार सभी लाइसेंसधारी अतिरिक्त कोटे 2.50 लाख टन उड़द का आयात 30 अप्रैल 2020 या इससे पहले कर सकेंगे, तथा 30 अप्रैल तक आयातित माल भारतीय बंदरगाह पर पहुंच जाना चाहिए। उसके बाद आने वाले माल को बंदरगाह पर उतराने की अनुमति नहीं दी जायेगी।
केंद्र सरकार ने 19 दिसंबर 2019 को 2.50 लाख टन उड़द के अतिरिक्त कोटे के आयात की अनुमति दी थी, इससे पहले केंद्र सरकार ने केवल 1.50 लाख टन के आयात कोटे को मंजूरी थी। ऐसे में चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए उड़द का आयात कोटा बढ़कर 4 लाख टन का हो गया था। आयातकों का कहना था कि मार्च में 2.50 लाख टन का आयात नहीं हो पायेगा, इसलिए सरकार ने आयात की तय समय सीमा को आगे बढ़ा दिया। मार्च में उड़द की घरेलू फसल की आवक भी बनेगी, इसलिए इसकी मौजूदा कीमतों में ज्यादा तेजी की संभावना नहीं है। चैन्नई में आयातित उड़द एफएक्यू क्वालिटी के भाव 6,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
वाणिज्य मंत्रालय के अधीन आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय, डीजीएफटी द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार सभी लाइसेंसधारी अतिरिक्त कोटे 2.50 लाख टन उड़द का आयात 30 अप्रैल 2020 या इससे पहले कर सकेंगे, तथा 30 अप्रैल तक आयातित माल भारतीय बंदरगाह पर पहुंच जाना चाहिए। उसके बाद आने वाले माल को बंदरगाह पर उतराने की अनुमति नहीं दी जायेगी।
केंद्र सरकार ने 19 दिसंबर 2019 को 2.50 लाख टन उड़द के अतिरिक्त कोटे के आयात की अनुमति दी थी, इससे पहले केंद्र सरकार ने केवल 1.50 लाख टन के आयात कोटे को मंजूरी थी। ऐसे में चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए उड़द का आयात कोटा बढ़कर 4 लाख टन का हो गया था। आयातकों का कहना था कि मार्च में 2.50 लाख टन का आयात नहीं हो पायेगा, इसलिए सरकार ने आयात की तय समय सीमा को आगे बढ़ा दिया। मार्च में उड़द की घरेलू फसल की आवक भी बनेगी, इसलिए इसकी मौजूदा कीमतों में ज्यादा तेजी की संभावना नहीं है। चैन्नई में आयातित उड़द एफएक्यू क्वालिटी के भाव 6,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
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