31 मार्च 2014
मजबूत मांग के बीच चने की खरीद
मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्टï्र जैसे प्रमुख चना उत्पादक राज्यों में ओलावृष्टि और प्रतिकूल मौसम की वजह से चने की फसल को नुकसान पहुंचा है, जिससे स्टॉकिस्टों और मिलों की ओर से इसकी ज्यादा मांग आ रही है। व्यापारियों ने इस साल चने की अच्छी पैदावार का अनुमान लगाया था, लेकिन बाजार में आवक काफी कम है। अहमदाबाद की एक प्रमुख ब्रोकिंग फर्म के अनुसार चने के लिए मांग उत्तर और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में अच्छी बनी हुई है। प्रमुख ब्रोकिंग फर्म दलाल सूरजभान खंडेलवाल ऐंड कंपनी के राजनभाई ने कहा, 'इस महीने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और अन्य उत्तर-पूर्वी राज्यों से मांग काफी मजबूत है और अप्रैल में भी चने की मांग बनी रह सकती है, क्योंकि बाजार में पहुंच रही मौजूदा फसल की गुणवत्ता ज्यादा अच्छी नहीं है। इस महीने स्टॉकिस्टों और मिलों से अच्छी मांग की वजह से चने की कीमत लगभग 125-150 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ी हैं।'
ऑस्ट्रेलियाई चने के उत्पादन में कथित 23 फीसदी गिरावट की वजह से भी बाजार का रुझान मजबूत हुआ है। कम दरों पर अच्छे आयात से दलहन में तेजी पर रोक लगी है। पिछले साल पूरे देश में अच्छे मॉनसून से चने की बुआई बढ़ी है, लेकिन गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में ओलों और बेमौसम बारिश से फसल को काफी नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान मध्य प्रदेश में होने की खबरें आ रही हैं। मध्य प्रदेश देश का सबसे बड़ा चना उत्पादक राज्य है। पड़ोसी राज्य गुजरात और महाराष्ट्र में चने की फसल प्रभावित हुई है। मध्य प्रदेश में चने की खरीद इस सप्ताह के प्रारंभ में शुरू होनी थी, लेकिन बारिश से इसमें देरी हुई है।
एमपी मार्कफेड (मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'मध्य प्रदेश में कुछ जगहों पर बारिश हुई है, जिससे इस जिंस में नमी बढ़ गई है। खरीद केंद्र 14 फीसदी से ज्यादा नमी वाले चने को खरीदने से मना कर सकते हैं, इसलिए हमने किसानों को और ज्यादा समय दिया है।' अधिकारी ने कहा, 'अब खरीद 1 अप्रैल से शुरू होगी।' विपणन वर्ष 2014-15 के लिए चने का एमएसपी 3,100 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। गुजरात में अच्छे चने का भाव इस समय 2,800 से 3,250 रुपये प्रति क्विंटल के बीच है, जबकि हल्की गुणवत्ता वाले चने का भाव 1,800 से 2,700 रुपये के बीच चल रहा है। महाराष्ट्र में अच्छे चने का भाव 3,000 से 3,375 रुपये प्रति क्विंटल के बीच है। देश में चने का औसत भाव 1,750 रुपये से 3,350 रुपये प्रति क्विंटल के बीच है। कारोबारी अनुुमानों के मुताबिक खराब मौसम की वजह से देश में 20-25 फीसदी फसल खराब हो गई है।
केंद्र सरकार के दूसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक वर्ष 2013-14 में देश में चने का उत्पादन करीब 97.9 लाख टन रहेगा, जो वर्ष 2012-13 में 88.3 लाख टन था। इस साल देश में चने की बुआई 102.1 लाख हेक्टेयर में की गई है, जो पिछले साल 95 लाख हेक्टेयर थी। सामान्य मॉनसून और मिट्टी में अच्छी नमी की वजह से रकबे में बढ़ोतरी हुई है। भारतीय दलहन एवं अनाज संघ (आईपीजीए) के आंकड़ों के मुताबिक चने की घरेलू खपत कीमतों से तय होती है। 2012-13 में खपत 90 से 92 लाख टन रहने का अनुमान है। (BS Hindi)
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