26 मार्च 2014
मक्का एमएसपी से नीचे बिकने का अनुमान
पोल्ट्री और स्टार्च मिलों की कमजोर मांग से रबी सीजन में भी मक्का के दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे ही रहने का अनुमान है। केंद्र सरकार ने विपणन सीजन 2013-14 के लिए मक्का का एमएसपी 1,310 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि मंडियों में इसके दाम 1,200-1,250 रुपये प्रति क्विंटल रहने की संभावना है।
बी एम इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर एम एल अग्रवाल ने बताया कि विश्व बाजार में मक्का के दाम कमजोर होने के कारण निर्यात मांग सुस्त बनी हुई है। साथ ही पोल्ट्री और स्टॉर्च मिलर भी जरूरत के हिसाब से खरीद कर रहे हैं। अप्रैल-मई में रबी मक्का की आवक शुरू हो जायेगी।
ऐसे में उत्पादक मंडियों में मक्का के दाम एमएसपी से नीचे ही रहने की संभावना है। इस समय उत्पादक मंडियों में मक्का के दाम 1,150 से 1,200 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि केंद्र सरकार मक्का का एमएसपी 1,310 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।
गोपाल ट्रेडिंग कंपनी के प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने बताया कि रबी में मक्का की पैदावार पिछले साल से ज्यादा ही होने का अनुमान है। चुनाव की वजह से गाडिय़ों की शॉर्टेज होने के कारण खपत केंद्रों पर मक्का की कीमतों में आंशिक तेजी तो आ सकती है लेकिन उत्पादक मंडियों में दाम नीचे ही बने रहने की संभावना है। दिल्ली में मक्का की कीमतें 1,400 से 1,440 रुपये प्रति क्विंटल चल रही हैं।
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2013-14 में रबी सीजन में मक्का की पैदावार 64 लाख टन होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2012-13 में पैदावार 63.6 लाख टन की पैदावार हुई थी। मक्का के निर्यातक पूनमचंद गुप्ता ने बताया कि अमेरिका में मक्का का स्टॉक ज्यादा है। साथ ही ब्राजील और अर्जेंटीना की फसल की आवक शुरू हो चुकी है।
यही कारण है कि विश्व बाजार में मक्का के दाम नीचे बने हुए है। इस समय भारत से निर्यात सौदे सीमित मात्रा में ही हो रहे हैं। अक्टूबर से शुरू हुए चालू सीजन में अभी तक केवल 9-10 लाख टन मक्का के निर्यात सौदे ही हुए है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 18-19 लाख टन के निर्यात हुए थे। फसल वर्ष 2012-13 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान करीब 38 लाख टन मक्का का निर्यात हुआ था। (Business Bhaskar)
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