नई दिल्ली। बुआई में कमी आने के बावजूद भी चालू खरीफ सीजन 11.50 फीसदी बढ़कर 33.50 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में 30 लाख टन का उत्पादन हुआ था।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू खरीफ सीजन में गुजरात में मूंगफली की बुआई 4.33 फीसदी घटकर 16.35 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले खरीफ सीजन में इसकी बुआई 17.09 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
एसईए के अनुसार देशभर के राज्यों में चालू खरीफ में मूंगफली की बुआई 43.91 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जोकि पिछले खरीफ के 45.54 लाख हेक्टेयर की तुलना में 1.62 लाख हेक्टेयर कम है।
उत्तरी गुजरात की उत्पादक मंडियों में इस समय मूंगफली की नई फसल की आवक जोरों पर है, क्योंकि इस क्षेत्र में किसान फसल काटते ही बेचना पसंद करते हैं और लंबे समय तक रोक कर नहीं रखते हैं। उत्पादक मंडियों में अच्छी क्वालिटी की मूंगफली के भाव 6,250 से 6,500 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि चालू खरीफ सीजन के लिए केंद्र सरकार ने मूंगफली का न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी 6,377 रुपये प्रति क्विंटल है।
एसईए के अनुसार गुजरात के द्वारका जिले में मूंगफली का सबसे ज्यादा उत्पादन 5.80 लाख टन एवं जूनागढ़ में 4.90 लाख टन होने का अनुमान है। अन्य जिलों में जामनगर में 3.20 लाख टन, राजकोट में 3.95 लाख टन, पोरबंदर में 1.95 लाख टन, गिर सोमनाथ में 1.90 लाख टन, भावनगर में 1.70 लाख टन, अमरेली में 1.50 लाख टन, मोरबी में 1.05 लाख टन तथा सुरेंद्रनगर में 30 हजार टन होने का अनुमान है।
अन्य राज्यों कच्छ में 1.30 लाख टन, साबरकांठा में 1.25 लाख टन, बनासकांठा में 2.90 लाख टन तथा अरावली में 90 हजार टन तथा अन्य जिलों में 80 हजार टन के उत्पादन का अनुमान है।