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10 अगस्त 2022

स्टॉकिस्टों की मुनाफावसूली से अरहर और उड़द में गिरावट

नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग कमजोर होने के साथ ही स्टॉकिस्टों की बिकवाली बढ़ने से मंगलवार को अरहर के साथ ही उड़द की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि चना के भाव में सुधार आया। मसूर की कीमतों में इस दौरान मिलाजुला रुख बना रहा।


व्यापारियों के अनुसार बढ़ी हुई कीमतों में दालों में ग्राहकी कमजोर जरुर हुई है, लेकिन लेमन अरहर के साथ ही उड़द एफएक्यू और एसक्यू के आयात पड़ते अभी भी महंगे हैं, इसलिए अरहर और उड़द की कीमतों में हल्की नरमी तो आ सकती है, लेकिन अभी बड़ी गिरावट के आसार कम है।

खपत का सीजन होने के कारण चना दाल और बेसन में मांग बनी रहने का अनुमान है, इसलिए अच्छी क्वालिटी के चना के भाव में और भी सुधार आने का अनुमान है। जानकारों के अनुसार उत्पादक मंडियों में अच्छी क्वालिटी के चना की आवक कम हो रही है। हालांकि नेफेड के पास चना का स्टॉक अच्छा है, तथा आगामी दिनों में नेफेड की बिकवाली शुरू हो सकती है।

देसी मसूर की आवक पहले की तुलना में मंडियों में कम हो रही है, जबकि कनाडा से आयातित मसूर के दाम नीचे बने हुए हैं। इसलिए मसूर की कीमतों में अभी तेजी के आसार नहीं है। मसूर दाल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है।

मध्य प्रदेश से मूंग की एमएसपी पर खरीद तो शुरू हो गई है, लेकिन तो खरीद कुछेक केंद्रों पर ही शुरू हुई है, दूसरा खरीद भी सीमित मात्रा में हो रही है। उधर पंजाब में मूंग की खरीद सरकार नहीं कर रही है। मौसम अनुकूल रहा तो चालू महीने के अंत तक राजस्थान की मंडियों में नई मूंग की आवक शुरू हो जायेगी। अतः मूंग की कीमतों में बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए।

भारतीय मौसम विभाग, पिछले 48 घंटों के दौरान महाराष्ट्र और कर्नाटक के साथ ही गुजरात और पश्चिमी राजस्थान में भारी बारिश हुई है, जिसका असर खरीफ फसलों पर पड़ने का डर है।

सूत्रों के अनुसार बर्मा में लेमन अरहर के दाम 950 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ पर स्थिर बने हुए हैं। 8 अगस्त को इसकी कीमतों में 20 डॉलर प्रति टन की तेजी आई थी,  भारतीय आयातकों ने आठ अगस्त को करीब 100 केंटनर के आयात सौदे किए थे। बर्मा से अरहर और उड़द का वैसल 15 अगस्त को चेन्नई के लिए लोड होने की उम्मीद है।

बर्मा में उड़द के दाम आज पांच से दस डॉलर कमजोर होकर एफएक्यू और एसक्यू के भाव क्रमशः 895 डॉलर और 1,040 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ रह गए। हालांकि इन भाव में कोई व्यापार नहीं हुआ। जानकारों के अनुसार बर्मा में डड़द का करीब 3.50 लाख टन का और लेमन अरहर का 1.50 लाख टन का स्टॉक बचा हुआ है।

दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर के भाव में 100 रुपये की गिरावट आकर दाम 7650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

चेन्नई में लेमन अरहर के भाव 50 रुपये घटकर दाम 7550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

मुंबई में बर्मा की लेमन अरहर में मिलों की मांग कमजोर होने से भाव 100 रुपये कमजोर होकर 7500 से 7550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

इस दौरान अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतों में भी गिरावट आई। तंजानिया की अरुषा अरहर के भाव 50 रुपये कमजोर होकर 6100 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 50 रुपये घटकर 6000 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। मलावी अरहर के दाम 50 रुपये घटकर 5450 रुपये और सूडान की अरहर के दाम 100 रुपये घटकर 8000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

दिल्ली में उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव में 50-50 रुपये का मंदा आकर भाव क्रमशः 7,650 रुपये और 8,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव 7,450 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

चेन्नई में उड़द एसक्यू हाजिर डिलीवरी के दाम 150 रुपये कमजोर होकर 8,350 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

दिल्ली में मध्य प्रदेश की मसूर की कीमतों में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 7000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि कनाडा की मसूर के दाम 25 रुपये कमजोर होकर 6675 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

इंदौर में मसूर के बिल्टी भाव 50 रुपये तेज होकर 6,675 से 6,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

इंदौर मंडी में नई मूंग के भाव 6,200 से 6,700 रुपये एवं पुरानी के भाव 5,400 से 6,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।  

दिल्ली में चना की कीमतों में 25 रुपये की तेजी आकर राजस्थान लाइन के चना के भाव 5,050 रुपये और मध्य प्रदेश के चना के दाम 4,975 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

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