नई दिल्ली।
चालू खरीफ सीजन में 5 अगस्त तक देशभर के राज्यों में कपास की बुआई 6.71
फीसदी बढ़कर 121.12 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल की समान
अवधि में इसकी बुआई 113.50 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई थी।
उत्तर
भारत के राज्यों पंजाब और हरियाणा में हालांकि समय पर नहरी पानी एवं बिजली
आपूर्ति की कमी के कारण कपास की बुआई घटकर क्रमशः 2.48 और 6.50 लाख
हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस समय तक इन राज्यों में
क्रमशः 2.54 और 6.88 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी।
राजस्थान
में जरूर चालू खरीफ में कपास की बुआई बढ़कर 6.47 लाख हेक्टेयर में हो चुकी
हैए जोकि पिछले साल की समान अवधि के 5.99 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।
गुजरात
में चालू खरीफ में कपास की बुआई बढ़कर 25.04 लाख हेक्टेयर में और
महाराष्ट्र में 41.71 लाख हेक्टेयर मेें हो चुकी है, जबकि पिछले साल की
समान अवधि में इन राज्यों में क्रमशः 22.22 और 38.74 लाख हेक्टेयर में ही
बुआई हो पाई थी। जानकारों के अनुसार इन राज्यों में जहां जून में सामान्य
की तुलना में कम बारिश हुई थी, वहीं जुलाई में भारी बारिश से कई क्षेत्रों
में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जिससे महाराष्ट्र की नागपुर लाईन में कॉटन
को नुकसान की आशंका है।
मध्य प्रदेश में चालू खरीफ में कपास की बुआई
घटकर 5.00 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान
अवधि में इसकी बुआई 6 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
दक्षिण भारत के
राज्यों तेलंगाना में कपास की बुआई घटकर 18.38 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई
है, जबकि पिछले खरीफ की समान अवधि में इसकी बुआई 20.17 लाख हेक्टेयर में हो
चुकी थी।
आंध्र प्रदेश में चालू खरीफ में कपास की बुआई 4.67 लाख
हेक्टेयर में, कर्नाटक में 7.39 लाख हेक्टेयर में और तमिलनाडु में 0.12 लाख
हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इन
राज्यों में क्रमशः 3.56 लाख हेक्टेयर में, 5.06 लाख हेक्टेयर में और 0.06
हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी।
चालू खरीफ में ओडिशा में कपास की
बुआई 2.08 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के
1.88 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।
10 अगस्त 2022
कपास की बुआई 6.71 फीसदी बढ़कर 121 लाख हेक्टेयर के पार
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