नई
दिल्ली। हाजिर में बकाया स्टॉक कम होने के कारण गुरूवार को कॉटन की कीमतों
में तेजी दर्ज की गई। अहमदाबाद में शंकर 6 किस्म की कॉटन के दाम 500 रुपये
तेज होकर भाव 93,000 से 93,500 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो हो
गए।
हरियाणा की होडल और पलवल मंडियों में नई कपास की करीब 100
गांठ, एक गांठ 170 किलो की आवक शुरू हो गई है, तथा मौसम साफ रहा तो चालू
महीने के अंत तक आवक बढ़ेगी। इन मंडियों में नई कपास 8,000 से 9,200 रुपये
प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार बिक रही है। चालू महीने के मध्य बाद राजस्थान
की अलवर और खैरथल लाइन में भी अगेती कपास की आवक शुरू होने की उम्मीद है।
व्यापारियों
के अनुसार घरेलू वायदा कारोबार में भाव तेज होने के साथ ही कॉटन की बैलेंश
सीट टाईट होने के कारण जिनर्स की गांठों में बिकवाली कम आ रही है, जिससे
कॉटन के भाव तेज बने हुए हैं। हालांकि राज्य की स्पिनिंग मिलें इस समय केवल
जरुरत के हिसाब से कॉटन की खरीद कर रही है क्योंकि हाल ही में जिस अनुपात
में कॉटन की कीमतें बढ़ी हैं, उसके हिसाब से यार्न के दाम नहीं बढ़ पाये।
इसलिए कॉटन की मौजूदा कीमतों में मिलों को पड़ते नहीं लग रहे हैं। उधर
स्पिनिंग मिलों के पास कॉटन का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में कम है
तथा प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और मध्य
प्रदेश की की मंडियों में नई कपास सितंबर, अक्टूबर में ही आयेगी। इसलिए
हाजिर बाजार में में अभी कॉटन की कीमतों में बड़ी गिरावट के आसार नहीं है।
चालू
खरीफ में प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात और महाराष्ट्र में कपास की बुआई
बढ़ी है, तथा एकाध क्षेत्र को छोड़ दे तो फसल अभी तक अच्छी स्थिति है।
हालांकि सितंबर अंत तक उत्पादक राज्यों में मौसम कैसा रहता है, इस पर
उत्पादन अनुमान निर्भर करेगा। जानकारों का मानना है कि मौसम अनुकूल रहा तो
चालू सीजन में कपास का उत्पादन बढ़कर 400 गांठ से भी ज्यादा होने का अनुमान
है।
10 अगस्त 2022
हाजिर में स्टॉक कम होने से कॉटन के भाव तेज, हरियाणा में नई कपास की आवक शुरू
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