नई
दिल्ली। केंद्र सरकार ने पहली अक्टूबर 2022 से शुरू होने वाले पेराई सीजन
2022-23 के लिए गन्ने के फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस, एफआरपी में 15
रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतर कर भाव 315 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को कैबिनेट और कैबिनेट कमेटी ऑन
इकोनॉमिक अफेयर्स, सीसीईए की बैठक में इस पर फैसला लिया गया।
पिछले
गन्ना पेराई सीजन 2021-22 के लिए गन्ने का एफआरपी 290 रुपये प्रति क्विंटल
था तथा पिछले गन्ना पेराई सीजन में इसमें केवल पांच रुपये प्रति क्विंटल की
बढ़ोतरी की गई थी।
चालू खरीफ सीजन में देशभर में गन्ने की बुआई 29
जुलाई तक बढ़कर 54.51 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की
समान अवधि में इसकी बुआई 54.42 लाख हेक्टयेर में ही हो पाई थी।
इंडियन
शुगर मिल्स एसोसिएशन, इस्मा ने हाल ही में गन्ना पेराई सीजन 2022-23 के
दौरान देश में 355 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान जारी किया था, जोकि
चालू पेराई सीजन के उत्पादन अनुमान 360 लाख टन से कम है।
इथेनॉल
उत्पादन के लिए अगर गन्ने का उपयोग नहीं होता, तो कुल चीनी उत्पादन पेराई
सीजन 2022-23 में 399.97 लाख टन से अधिक होने का अनुमान है।
गन्ना
पेराई सीजन 2022-23 में वार्षिक घरेलू मांग लगभग 275 लाख टन होने का अनुमान
है, जिसके बाद निर्यात के लिए लगभग 80 लाख टन चीनी बचेगी।
10 अगस्त 2022
केंद्र सरकार ने गन्ने का एफआरपी 15 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया
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