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07 अगस्त 2025

जून के मुकाबले जुलाई में कैस्टर तेल का निर्यात 11 फीसदी से ज्यादा घटा

नई दिल्ली। जुलाई में देश से कैस्टर तेल का निर्यात 11.49 फीसदी घटकर 49,928 टन का ही हुआ है, जबकि जून में इसका निर्यात 56,412 टन हुआ था।


सूत्रों के अनुसार चालू वर्ष 2025 के पहले 7 महीनों जनवरी से जुलाई के दौरान कैस्टर तेल का निर्यात 390,823 टन का ही हुआ है।

गुजरात में कैस्टर सीड के भाव शनिवार को लगातार दूसरे दिन 5 रुपये तेज होकर 1,280 से 1,305 रुपये प्रति 20 किलो हो गए, जबकि दैनिक आवक 22 हजार बोरियों (1 बोरी-35 किाले) की हुई। राजकोट में कैस्टर तेल कमर्शियल के दाम 1,335 रुपये एवं एफएसजी के भाव 1,345 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर बने रहे। इस दौरान राजस्थान की मंडियों में कैस्टर सीड की आवक 6,000 बोरी और प्लांटों में सीधी की आवक करीब 2,000 बोरियों की हुई।

व्यापारियों के अनुसार बुआई में आई कमी से पिछले साल कैस्टर सीड के उत्पादन अनुमान में कमी आई थी। हाल ही में उत्पादक मंडियों में कैस्टर सीड की दैनिक आवक पहले की तुलना में कम हुई है।

कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2024-25 के दौरान कैस्टर सीड का उत्पादन 17.30 लाख टन का ही होने का अनुमान है, जोकि इसके पिछले फसल सीजन के दौरान उत्पादन 19.59 लाख टन का हुआ था।

गुजरात के कृषि निदेशालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन में राज्य में 28 जुलाई तक कैस्टर सीड की बुआई 1,30,440 हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 78,058 हेक्टेयर की तुलना में अधिक है। इसी तरह से राजस्थान में चालू खरीफ में पहली अगस्त तक कैस्टर सीड की बुआई 40,887 हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 34,910 हेक्टेयर की तुलना में बढ़ी है। 

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