नई दिल्ली। कोरोना के नए वेरिएंट से विश्व बाजार में बुधवार को चीनी की कीमतों पर दबाव देखा गया, जबकि दिसंबर के लिए तय अनुमान से कोटा कम जारी होने के बावजूद भी दाम लगभग स्थिर बने रहे। दिल्ली में एम ग्रेड चीनी के भाव 3,820 से 3,950 रुपये और बरेली में 3,800 से 3,900 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। जानकारों के अनुसार चीनी की कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है।
कोरोना के नए वैरिएंट के चलते एथनॉल की मांग प्रभावित होने की आशंका से विश्व बाजार में चीनी की कीमतों पर दबाव देखा गया। बीते कारोबारी सत्र में ग्लोबल मार्केट में आईसीई मार्च रॉ शुगर वायदा 3.2 फीसदी गिरकर 18.60 सेंट प्रति पाउंड पर आ गया जबकि मार्च का व्हाइट शुगर का वायदा 2.4 फीसदी गिरकर 485.60 डॉलर प्रति टन रह गया। क्रूड ऑयल में 5 फीसदी की गिरावट आने के बाद, कीमतें तीन माह के निचले स्तर पर आ गई, जिस कारण चीनी क भाव पर दबाव बढ़ गया।
व्यापारियों के अनुसार दिसंबर के लिए चीनी का कोटा अनुमान से कम जारी होने के कारण आज कीमतों में सुधार आने की उम्मीद थी, लेकिन मांग कमजोर रहने के कारण देश के अधिकतर राज्यों में भाव स्थिर बने रहे। उत्तर प्रदेश की कुछ मिलों ने एक्स फैक्ट्री रेट जरुर 10 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ाए लेकिन अधिकतर राज्यों की मिलों ने एक्स फैक्ट्री भावों को स्थिर ही बनाए रखा। मुंबई में एम ग्रेड चीनी में हल्की नरमी और एस ग्रेड में तेजी देखने को मिली। गौरतलब है कि सरकार ने दिसंबर के लिए 21.5 लाख टन चीनी का कोटा जारी किया है जो पिछले दिसंबर 2020 के कोटे के बराबर है और नवंबर 2021 के 22.5 लाख टन कोटे से कम है। सरकार ने नवंबर के कोटे की बची हुई चीनी बेचने की भी अनुमति मिलों को नहीं दी है।
उधर, महाराष्ट्र सहित पश्चिमी और दक्षिणी क्षेत्र के बाजारों में भी चीनी के भाव आज स्थिर ही बने रहे। इन राज्यों की चीनी मिलों ने भी एक्स फैक्ट्री भाव में कोई बदलाव नहीं किया। व्यापारियों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीतमों में आई गिरावट से घरेलू बाजार में इसके भाव पर दबाव आया क्योंकि, भाव में आई गिरावट से निर्यात में कमी आने की आशंका है।
01 दिसंबर 2021
विदेशी बाजार में आई मंदी से घरेलू बाजार में चीनी के दाम स्थिर, अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं
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