नई
दिल्ली। बुआई में हुई बढ़ोतरी से चालू रबी सीजन 2021-22 में देश में सरसों
का उत्पादन बढ़कर 100 से 110 लाख टन होने का अनुमान है। खाद्य तेल उद्योग
की शीर्ष संस्था दी सेंट्रल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड
(कुईट) के अनुसार पिछले साल देश में 85 लाख टन सरसों का उत्पादन हुआ था।
कुईट
के अध्यक्ष बाबूलाल डाटा के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान सहित
सभी राज्यों में इस साल सरसों की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, साथ ही अभी तक
मौसम भी फसल के अनुकूल बना हुआ है। इसलिए हमारा अनुमान है कि 2021-22 सीजन
में सरसों का उत्पादन बढ़कर 100-110 लाख टन हो सकता है। उन्होंने बताया कि
चालू सीजन में सरसों की कीमतें काफी तेज रही, जिस कारण किसानों ने सरसों की
बुआई को प्राथमिकता दी।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में
सरसों की बुआई बढ़कर 81.66 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल की
समान अवधि के 65.97 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।
विदेशी बाजार में
आई मंदी से घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में 50 रुपये की गिरावट आकर
जयुपर में कंडीशन की सरसों के दाम घटकर 8,075 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
सरसों तेल की कीमतों में भी 10 रुपये प्रति 10 किलो का मंदा आया। जानकारों
के अनुसार मौसम अनुकूल रहा तो सरसों की मौजूदा कीमतों में अब बड़ी तेजी के
आसार नहीं है, क्योंकि मिलर्स केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रहे हैं।
मलेशिया
में पॉम तेल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट का रुख बना रहा। फरवरी
महीने के वायदा अनुबंध में 77 रिगिंट की गिरावट आकर भाव 4,715 रिगिंट
प्रति टन रह गए। उधर शिकागों में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में सोयाबीन में
जहां 3.5 का मंदा आया, वहीं सोया तेल मेें 0.54 की गिरावट के साथ कारोबार
कर रहा है। हालांकि नीचे दाम पर मांग निकलने से सोयामील में सुधार देखा
गया। दक्षिणी अमेरिका में बेहतर फसल की संभावना से भी इसकी कीमतों पर दबाव
रहा। ब्राजील में 96 फीसदी बुवाई पूरी हो चुकी है। लेकिन दक्षिणी ब्राजील
में सूखे के मौसम ने अंकुरण धीमा कर दिया है जिससे फसल को नुकसान की आशंका
भी है।
सदर्न पेनिंसुला पाम ऑयल मिलर्स एसोसिएशन का अनुमान है कि
1-10 दिसंबर के बीच पाम तेल का उत्पादन पिछले माह की समान अवधि के मुकाबले
2.8 फीसदी गिर गया। नवंबर के दौरान भारत का खाद्य तेलों का आयात अक्टूबर के
मुकाबले 11 फीसदी बढ़ा है। यूरोप और एशिया में कोविड प्रतिबंधों के चलते
मांग प्रभावित होने की आशंका से क्रूड ऑयल गिरावट के साथ कारोबार कर रहा
है।
कांडला बंदरगाह पर दिसंबर डिलीवरी पाम तेल के भाव 1,380 डॉलर
से घटकर 1,370 डॉलर प्रति टन रह गए, जबकि सोया तेल डिगम दिसंबर डिलीवरी के
भाव 1,409 डॉलर से बढ़कर 1,419 डॉलर प्रति टन हो गए। भारतीय रुपये में
कांडला बंदरगाह पर क्रूड पाम तेल के भाव 1,106 रुपये और सोया तेल डिगम के
1,165 रुपये प्रति दस किलो रहे, जबकि बीते कारोबारी सत्र में बंदगाह पर
क्रूड पाम तेल के दाम 1,116 रुपये और सोया तेल डिगम के 1,165 रुपये प्रति
दस किलो थे।
पूरे देश की मंडियों में सरसों की आवक करीब दो लाख
बोरियों की हुई। कुल आवकों में राजस्थान में 85 हजार बोरी, मध्य प्रदेश में
20 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश में 35 हजार बोरी, पंजाब और हरियाण में 10
हजार बोरी, गुजरात में 10 हजार बोरी अन्य राज्यों में 40 हजार बोरियों की
आवक हुई।
18 दिसंबर 2021
चालू रबी में सरसों का उत्पादन 100-110 लाख टन होने का अनुमान - उद्योग
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