नई दिल्ली। चालू तेल वर्ष 2025-26 के पहले महीने नवंबर 2025 में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 28 फीसदी घटकर 1,183,832 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले साल नवंबर में इनका आयात 1,650,976 टन का हुआ था। अक्टूबर 2025 के मुकाबले नवंबर 2025 में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 11 फीसदी की कमी आकर कुल आयात 1,332,173 टन का हुआ है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार आरबीडी पामोलिन के आयात में इस दौरान कमी आई है। नवंबर 2025 में केवल 3,500 टन तक आरबीडी पामोलीन का आयात हुआ है, जबकि नवंबर 2024 में इसका आयात 285,416 टन और अक्टूबर 2024 में 5,000 टन का हुआ था।
इस दौरान क्रूड सनफ्लावर तेल का आयात भी कम होकर 142,953 टन का रह गया, जो नवंबर 2024 के 340,660 टन से 58 फीसदी कम और अक्टूबर 2025 के 257,548 टन की तुलना में 45 फीसदी कम है।
इसी तरह, सोया तेल का आयात घटकर नवंबर 2025 में 370,661 टन का रह गया, जो नवंबर 2024 के 407,648 टन से 9 फीसदी और अक्टूबर 2025 के 414,619 टन की तुलना में 11 फीसदी कम है।
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार, 5 दिसंबर, 2025 तक देशभर के उत्पादक राज्यों में रबी तिलहन की फसलों की बुआई में 2.40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह पिछले साल इसी समय के 81.75 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 84.14 लाख हेक्टेयर हो चुकी है। इस दौरान रबी तिलहन की प्रमुख फसल सरसों का रकबा 3.45 फीसदी बढ़ा है और इसकी बुवाई पिछले साल के 76.43 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 79.88 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
एसईए के अनुसार पहली दिसंबर, 2025 को अलग-अलग बंदरगाह पर खाने के तेल का स्टॉक प्रोविजनल तौर पर 1,023,000 टन (सीपीओ और सीपीओके 620,000 टन, आरबीडी पामोलिन 7,000 टन, डीगम्ड सोयाबीन तेल 265,000 टन, क्रूड सनफ्लावर तेल 125,000 टन और सरसों तेल 6,000 टन) होने का अनुमान है। पहली दिसंबर 2025 तक कुल स्टॉक 1,623,000 टन होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि 1 नवंबर 2025 को इनका स्टॉक 1,731,000 टन था। अत: इसमें 108,000 टन की कमी आई है।
नवंबर 2025 के दौरान 307,849 टन की तुलना में केवल 3,500 टन रिफाइंड तेल (आरबीडी पामोलिन) का आयात किया गया। इसी तरह से सक नवंबर 2024 के 1,305,786 टन की तुलना में 1,147,455 टन क्रूड तेल तेल का आयात किया किया। रिफाइंड तेल का रेश्यो इस दौरान घटकर 19 फीसदी से 0.30 फीसदी रह गया, जबकि क्रूड पाम तेल का रेश्यो 81 फीसदी से बढ़कर 99.7 फीसदी हो गया है।
एसईए के अनुसार अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में आयातित खाद्य तेलों के दाम भारतीय बंदरगाह पर कमजोर हुए हैं। नवंबर में आरबीडी पामोलिन का भाव भारतीय बंदरगाह पर घटकर 1,049 डॉलर प्रति टन का रह गया, जबकि अक्टूबर में इसका भाव 1,106 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रूड पाम तेल का भाव भारतीय बंदरगाह पर नवंबर में घटकर 1,096 डॉलर प्रति टन का रह गया, जबकि अक्टूबर में इसका भाव 1,148 डॉलर प्रति टन था। क्रूड सोया तेल का भाव अक्टूबर में भारतीय बंदरगाह पर 1,181 डॉलर प्रति टन था, जोकि नवंबर में घटकर 1,175 डॉलर प्रति टन का रह गया।

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