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09 अगस्त 2024

ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री शुरू नहीं होने से कीमतों में तेजी के आसार

नई दिल्ली। अगस्त का पहला सप्ताह बीतने के बावजूद भी अभी तक केंद्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना, ओएमएसएस के गेहूं बेचने के लिए कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं है, जिससे गेहूं की कीमतों में तेजी बन सकती है।


व्यापारियों के अनुसार केंद्र सरकार ने अगस्त से खुले बाजार बिक्री योजना, ओएमएसएस के तहत गेहूं बेचना का निर्णय किया था। ओएमएसएस के तहत गेहूं का बिक्री भाव 2,300 एवं 2,325 रुपये प्रति क्विंटल, इसमें परिवहन लागत अलग से जोड़कर करने का निर्णय लिया था, लेकिन इस बारे में अभी तक भारतीय खाद्वय निगम, एफसीआई की तरफ से कोई निविदा जारी नहीं की गई है।

फ्लोर मिलों की मांग बढ़ने से दिल्ली में गेहूं की कीमत गुरुवार को 10 रुपये तेज होकर भाव 2,715 से 2,720 रुपये प्रति क्विंटल हो गई तथा दिल्ली में गेहूं की आवक 10,000 बोरियों की हुई। इसी तरह से उत्पादक मंडियों में भी इसकी कीमतों में सुधार आया है। जानकारों के अनुसार स्टॉकिस्टों की बिकवाली गेहूं में कमजोर है, ऐसे में अगर अगले सप्ताह तक ओएमएसएस में गेहूं बेचने की निविदा जारी नहीं की गई तो फिर मौजूदा कीमतों में और भी 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी बन सकती है।

हालांकि केंद्र सरकार ने गेहूं पर तत्काल प्रभाव से स्टॉक लिमिट लगाई हुई है जोकि 31 मार्च, 2025 तक लागू रहेगी।

केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2024-25 में न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर 266 लाख टन गेहूं की खरीद की थी, जोकि पिछले रबी विपणन सीजन में खरीदे गए 262.02 लाख टन की तुलना में थोड़ा ज्यादा है हालांकि यह तय लक्ष्य से कम रही। 

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