नई दिल्ली। जुलाई में कैस्टर तेल के निर्यात में 34.09 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात केवल 44,417 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले साल जुलाई में इसका निर्यात 67,393 टन का हुआ है। सूत्रों के अनुसार कैस्टर तेल के सबसे बड़े आयातक चीन की मांग कमजोर होने से देश से निर्यात में कमी आई है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू साल 2024 के जनवरी से जुलाई के दौरान कैस्टर तेल का निर्यात 21.58 फीसदी बढ़कर 267,159 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 219,737 टन का ही हुआ था।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार जनवरी-24 से जुलाई-24 के दौरान मूल्य के हिसाब से कैस्टर तेल का निर्यात 3,206.34 करोड़ रुपये का हुआ है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका निर्यात 2,765.95 करोड़ रुपये का ही हुआ था।
व्यापारियों के अनुसार शुक्रवार को गुजरात में कैस्टर सीड के भाव 5 रुपये तेज होकर 1,180 से 1,205 रुपये प्रति 20 किलो हो गए तथा आवक 45,000 बोरियों, एक बोरी 35 किलो की हुई।
इस दौरान अहमदाबाद में कैस्टर तेल के भाव 1,225 रुपये और एफएसजी के 1,235 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर बने रहे।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन में उत्पादक राज्यों में कैस्टर सीड की बुआई केवल 2.44 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 5.34 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
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