खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार सभी चीनी मिलों और डिस्टिलरीज को गन्ने के जूस से एथेनॉल बनाने पर तत्काल रोक के निर्देश दे दिए हैं। सरकार ने गन्ने से इथेनॉल बनाने पर रोक इसलिए लगाई है क्योंकि इस बार खराब मानसून के चलते गन्ने की फसल प्रभावित हुई है तथा इससे घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों में तेजी आई है।
चालू पेराई सीजन में देश में चीनी के उत्पादन में करीब 12 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है। इसलिए सरकार चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी रोकने के लिए उपाय कर रही है।
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तहत डायरेक्टर शुगर की ओर से जारी आदेश में कहां गया है कि सभी चीनी मिलों और डिस्टिलरीज गन्ने के जूस/सिरप का इस्तेमाल एथेनॉल बनाने के लिए नहीं करें। बी हैवी मोलेसेस यानी शीरे से एथेनॉल का उत्पादन जारी रहेगा।
कमजोर मानसून के कारण चालू सीजन में देश के कई राज्यों में गन्ने की फसल प्रभावित हुई है तथा सबसे ज्यादा नुकसान महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में हुआ है। ऐसे में चीनी का उत्पादन पहली अक्टूबर 2023 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2023-24 के अक्टूबर से सितंबर के दौरान घटकर 285 से 290 लाख टन ही होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 331 लाख टन का हुआ था।
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