नई
दिल्ली। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने मार्च के लिए 21.50 लाख टन चीनी का
कोटा जारी किया है। व्यापारियों के अनुसार उम्मीद से कम कोटा जारी करने के
साथ ही मार्च में त्यौहारी मांग बढ़ने से चीनी की मौजूदा कीमतों में हल्की
तेजी बनने के आसार है।
दिल्ली में एम ग्रेड चीनी के दाम सोमवार को
3,660 से 3,820 रुपये और उत्तर प्रदेश की बरेली मंडी में भाव 3,610 से
3,770 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। उधर मुंबई नाका में एम ग्रेड
चीनी के दाम 3,300 से 3,470 रुपये और चेन्नई में इसके भाव 3,450 से 3,490
रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
केंद्र सरकार ने पिछले साल
मार्च 2021 के लिए 21 लाख टन का कोटा जारी किया था, हालांकि मार्च 2022 के
लिए कोटा बढ़ाकर जारी किया है, लेकिन पिछले साल लॉकडाउन के कारण चीनी की
खपत कम थी, जबकि कोरोना के मामलों में कमी आने के कारण राज्य सरकारों ने
काफी हद तक पाबंदियों में छूट दे रखी है। जिस कारण मार्च में चीनी की खपत
बढ़ने का अनुमान है। वैसे भी सरकार ने फरवरी के कोटे की बची हुई चीनी बेचने
के लिए मिलों को एक्सटेंशन नहीं दिया है तथा माना जा रहा है कि फरवरी के
अधिकतर कोटे की चीनी मिलें पहले ही बेच चुकी हैं
28 फ़रवरी 2022
मार्च के लिए 21.50 लाख चीनी का कोटा जारी, मार्च में हल्की तेजी बनने के आसार
आंध्रप्रदेश से एमएसपी पर चना, उड़द और मूंग की खरीद को मंजूरी
नई दिल्ली। आंध्रप्रदेश से एमएसपी पर चालू रबी सीजन में 1,26,270 टन चना, 91,475 टन उड़द और 19,632 टन मूंग की खरीद को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है।
रबी सीजन में 444 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद का लक्ष्य, पिछले साल से ज्यादा
नई
दिल्ली। रबी विपणन सीजन 2022-23 में केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन
मूल्य, एमएसपी पर 444 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है, जोकि
पिछले रबी सीजन के 433.44 लाख टन से ज्यादा है।
केंद्र सरकार ने रबी
विपणन सीजन 2022-23 के लिए गेहूं का एमएसपी 2,015 रुपये प्रति क्विंटल तय
किया हुआ है, जबकि पिछले रबी सीजन में गेहूं का एमएसपी 1,975 रुपये प्रति
क्विंटल था।
पहली अप्रैल 2022 से शुरू होने वाले रबी विपणन सीजन
में पंजाब से 132 लाख टन, मध्य प्रदेश से 129 लाख टन, हरियाणा से 85 लाख
टन, उत्तर प्रदेश से 60 लाख टन, राजस्थान से 23 लाख टन, बिहार से 10 लाख
टन, उत्तराखंड से 2.20 लाख टन, गुजरात से 2 लाख टन और हिमाचल प्रदेश से 27
हजार टन तथा जम्मू-कश्मीर से 35 हजार टन और दिल्ली से 18 हजार टन गेहूं की
खरीद एमएसपी पर करने का लक्ष्य तय किया है।
इसी तरह से केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2022-23 में 42.92 लाख टन धान की एमएसपी पर खरीद करने का लक्ष्य तय किया है।
गुजरात से एमएसपी पर 4.65 लाख टन चना की खरीद को मंजूरी
नई
दिल्ली। केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2021-22 में गुजरात से
न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर 4.65 लाख टन चना की खरीद को मंजूरी दी है।
चना की खरीद नेफेड, राज्य सरकार की एजेंसियों के साथ मिलकर करेगी। केंद्र
सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन के लिए चना का एमएसपी 5,230 रुपये प्रति
क्विंटल तय किया हुआ है।
चालू रबी में चना की बुआई में बढ़ोतरी हुई
है, तथा अभी तक मौसम भी लगभग फसल के अनुकूल ही रहा है, जिससे चना के
उत्पादन में बढ़ोतरी का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में चना के दाम एमएसपी
से 600 से 800 रुपये प्रति क्विंटल है, अत: चना की एमएसपी पर खरीद शुरू
होने के बाद मौजूदा कीमतों में सुधार आने की उम्मीद है।
कृषि
मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2021-22 में चना का
उत्पादन 10.16 फीसदी बढ़कर 131.2 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल
इसका उत्पादन 119.1 लाख टन का हुआ था।
फरवरी में अरहर और उड़द का 65 हजार टन का हो चुका है आयात, कीमतों में बड़ी तेजी के आसार नहीं
नई
दिल्ली। सूत्रों के अनुसार चालू महीने में करीब 65 हजार टन अरहर और उड़द
का आयात हो चुका है, इसके अलावा मसूर का आयात चालू महीने में कनाडा से
27,500 टन का हुआ है। चालू सप्ताह में करीब 27,000 टन अरहर और उड़द लेकर आ
रहे दो वैसल, मुंबई बंदरगाह पर पहुचंने की उम्मीद है। अत: आयातित माल
ज्यादा आने से इनकी कीमतों पर दबाव बढ़ेगा।
विदेशी बाजार में भारतीय गेहूं की मांग बढ़ सकती है
गेहूं निर्यात मार्केट में भारत की पकड़ मजबूत हो रही है, अप्रैल से दिसंबर तक 50.41 लाख टन गेहूं का निर्यात हो चुका है जो देश में पैदा हुए कुल गेहूं का लगभग 5% है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद विदेशी बाजार में भारतीय गेहूं की मांग बढ़ सकती है
15 फ़रवरी 2022
आयात शुल्क शून्य होने से मसूर मंदी, अरहर और उड़द के भाव में मिलाजुला रुख
नई
दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा मसूर के आयात पर शुल्क को शून्य कर देने से
सोमवार को घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि अरहर
के साथ ही उड़द में बढ़े दाम पर मिलों की मांग कमजोर होने से मिलाजुला रुख
देखा गया।
केंद्र सरकार ने मसूर के आयात शुल्क को 30 सितंबर, 2022
तक शून्य कर दिया है, जबकि उत्पादक मंडियों में नई मसूर की छिटपुट आवक शुरू
हो गई है। मौसम साफ रहा तो आगामी दिनों में उत्पादक मंडियों में नई मसूर
की दैनिक आवक बढ़ेगी, जिससे इसकी कीमतों में मंदा ही आने का अनुमान है।
केंद्र
सरकार ने रबी विपणन सीजन 2022-23 के लिए मसूर का न्यूनतम समर्थन मूल्य,
एमएसपी 5,500 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि उत्पादक मंडियों में
मसूर के दाम एमएसपी से ज्यादा है। बंदरगाहों पर आयातित मसूर का बकाया
स्टॉक ज्यादा है, साथ ही चालू रबी में मसूर की बुआई में बढ़ोतरी हुई है,
जिससे इसका उत्पादन अनुमान भी ज्यादा है।
चालू रबी सीजन में मसूर
की बुआई बढ़कर 17.71 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि सीजन की समान अवधि में
इसकी बुआई 16.91 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।
कनाडा की मसूर के भाव
मुंबई, मुंद्रा और हजिरा बंदरगाह के अलावा आस्ट्रेलियाई मसूर के दाम वैसल
और कंटेनर में 100 से 125 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो गए।
कनाडा की
मसूर के भाव मुंद्रा और हजिरा बंदरगाह पर 100-125 रुपये घटकर 6,800 रुपये
प्रति क्विंटल रह गए। आस्ट्रेलियाई मसूर के भाव कंटेनर में 125 रुपये घटकर
6,900 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर
होने से दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश की मसूर की कीमतों में 75 से 100
रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 7,050 रुपये और 7,250 रुपये रुपये प्रति
क्विंटल रह गए।
दाल मिलों की हाजिर मांग से मुंबई में लेमन अरहर नई
के भाव 100 रुपये तेज होकर 6,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हालांकि,
उत्पादक मंडियों में नई अरहर की आवक हो रही है।
इस दौरान मुंबई में
तंजानिया की अरुषा और मटवारा अरहर के भाव में 50-50 रुपये की तेजी आकर भाव
क्रमश: 5,400 से 5,450 रुपये और 5,250 से 5,300 रुपये प्रति क्विंटल हो
गए। मलावी अरहर के दाम भी 50 रुपये बढ़कर 4,900 से 4,950 रुपये प्रति
क्विंटल बोले गए। मोजाम्बिक लाईन की गजरी अरहर की कीमतें 50 रुपये तेज होकर
5,350-5,400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। सूडान की अरहर के दाम 6,400 रुपये
प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
मिलों की मांग बढ़े दाम पर कमजोर
होने से दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर नई की कीमतों में 50 रुपये की
गिरावट आकर भाव 6,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
मोज़ाम्बिक से 6,815 टन अरहर लेकर आने वाले वैसल के आज मुंबई बंदरगाह पर पहुंचने की उम्मीद है।
दाल
मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से दिल्ली में बर्मा उड़द एसक्यू में 50 रुपये
की तेजी आकर भाव 6,850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान उड़द एफएक्यू
के भाव 6,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
मुंबई में उड़द एफएक्यू के दाम 6,000 से 6,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
चेन्नई
में एफएक्यू हाजिर डिलीवरी उड़द एफएक्यू के दाम 5,800 रुपये प्रति क्विंटल
पर स्थिर बने रहे, जबकि एसक्यू के हाजिर डिलीवरी के दाम 100 रुपये तेज
होकर 6,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
उत्तर भारत के राज्यों की मंडियों में 15 फरवरी को जिंसों के भाव इस प्रकार रहे
ऐलनाबाद मंडी बोली भाव
दिनांक 15/02/2022
नरमा = 10200/10290
सरसो =6800/7021
ग्वार =5500/6000
बाजरी =1857
कनक =1975
मोट = 5700
मुग =4600/6000
मुगफली = 3200/4385
तील काला =10500/13500
-------------
Sonipat Mandi 1121 3946
1718 3841 basmati 3381
---------
Ambala city mandi toria 6700 to 6900
--------
Najafgarh mandi 1121₹ 3971
1718₹ 3890
------------
नोहर ग्वार 5991
सिरसा ग्वार 5750
आदमपुर ग्वार 5930-
------------
कागदाना नरमा 10000
मोरीवाला नरमा 10150 सरदूलगढ़ नरमा 10350 कालावाली नरमा 10450-
------
MANDI- AMRITSAR. Punjab
Aarival- 7'000. Bags.
1121.
Rate- 4051. HAND.
Rate- 3925. Com
1718. HAND.
Rate- 3935.
-------------
Madluda mandi
1121-4051
1718 -3999
BMT-3575
---------
Mandi- Kotkapura. (Punjab)
------------------------------------
Aarival- 5000 Bags Combain)
-------------------------------------
1121. New.
Rate- 3500--3930
1401. New.
Rate- 3550--3680
1718. New.
Rate- 3600--3815
New 1509.
Rate- 3400--3680
--------
दिनांक 15/02/2022
आदमपुर नरमा 9885
सिरसा नरमा 10272
अबोहर नरमा 10330
ऐलनाबाद नरमा 10275
भट्टू नरमा 9790
रावतसर नरमा 10572
-------------
Tarn Taran mandi arrival 1121 1718 4000 bags combine 1121 rs 3900
Hath 🤚🏻 1121 rs 4052
Combine 1718 rs 3765
Hath 🤚🏻 1718 rs 3892
1509 rs 3515
Toria rs 4550 to 5700
--------------
Atrauli u.p
Suganda🖐️......3050
Sarso ........7200
bajra.........1810
Wheat......2080
------------
Bundi 1121
3650 to 3750
1718
3500 to 3850
1509 3350 to 3590
Suganda 2950 to 3260
Dp 2950 to 3100
14 फ़रवरी 2022
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की मंडियों में जिंसों के भाव 14 फरवरी 2022 के
Date- 14/02/2022
MANDI- BUNDI. Rajasthan
Arrival- 10'000 Bags .
1121.
Rate- 3500 se 3750.
1718.
Rate- 3550 se 3825.
1509.
Rate- 3300 se 3525.
Suganda.
Rate- 2900 se 3190.
DP-PB1
Rate- 2950 se 3070.
----------------
ऐलनाबाद मंडी बोली भाव
दिनांक 14/02/2022
नरमा = 10200/10475
कपास =8050/8250
सरसो =6500/6861
ग्वार =5500/6000
बाजरी =1800
मुग =4600/6000
मुगफली = 3200/4000
तील सफेद = 9400
तील काला =10500/13000
---------------
नोहर मंडी भाव
चना 4850 4900
गुवार 5800 6131
सरसों 6850
अरण्डी 6000 6891
मोठ 6000 6600
मुंग 5000 6000 6700 7000
कंनक 2050
बाजरी 1900
---------------
Madlauda mandi 1121 4030 1718 3982 basmati 3582
----------
SAHIB SINGH AND SONS SHOP NO 188 MANDI BHAGTANWALA AMRITSAR ARE 5000 BAGS RATE 1121 3600 TO 4074
-----------
Tarn Taran mandi arrival 1121 1718 3500 bags
Combine 1121 rs 3900
Hath 🤚🏻 1121 rs 4051
1718 combine rs 3700
1718 hath 🤚🏻 rs 3921
1509 rs 3525
P7 rs 3500
Toria rs 3275 to 5875
----------
MANDI- ALIGADH. UP
Aarival- 3'000. Bags.
1121.
Rate- 3800. HAND.
1718.
Rate- 3811. HAND.
1509.
Rate- 3400. HAND.
Suganda.
Rate- 3080. HAND.
Sarbati.
Rate- 2480. HAND.
---------
Mandi- Dabra. (MP)
---------------------------------------------
Aarival- 35'00. Bags Combain.
----------------------------------------------
1121. New.
Rate- 3741.
Sugandha.
Rate- 0000.
1718. New.
Rate- 3760.
New 1509.
Rate- 4050.
पहली तिमाही में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 3.2 फीसदी ज्यादा-उद्योग
नई
दिल्ली। चालू तेल वर्ष 2021-22 नवंबर-21 से अक्टूबर-22 की पहली तिमाही
नवंबर से जनवरी के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 3.2 फीसदी की
बढ़ोतरी होकर कुल आयात 3,671,161 टन का हुआ है, जबकि पिछले तेल वर्ष की
समान अवधि में इनका आयात 3,556,153 टन का हुआ था। पहली तिमाही में जहां
सोयाबीन तेल के आयात में 90 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, वहीं पॉम तेल का
निर्यात 24 फीसदी घटा है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ
इंडिया, एसईए के अनुसार जनवरी में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 16
फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 1,270,728 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल
जनवरी में इनका आयात केवल 1,096,669 टन का ही हुआ था।
एसईए के
अनुसार दिसंबर के मुकाबले जनवरी में खाद्य तेलों की कीमतों में भी तेजी आई
है। जनवरी में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पॉमोलीन के भाव बढ़कर 1,490 डॉलर
प्रति टन हो गए, जबकि दिसंबर में इसका दाम 1,375 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह
से क्रुड पॉम तेल का भाव दिसंबर के 1,420 डॉलर से बढ़कर जनवरी में 1,510
डॉलर प्रति टन हो गया। क्रुड सोयाबीन तेल का भाव दिसंबर में भारतीय बंदरगाह
पर 1,480 डॉलर प्रति टन था, जोकि जनवरी में बढ़कर 1,506 डॉलर प्रति टन हो
गया। इस दौरान क्रुड सनफ्लावर तेल का भाव दिसंबर के 1,460 डॉलर से बढ़कर
जनवरी में 1,475 डॉलर प्रति टन हो गया।
10 फ़रवरी 2022
रामगंजमंडी 10 फरवरी 2022
रामगंजमंडी 10 फरवरी 2022
नया धनिया 400 बोरी भाव-7000-9000
घनिया आवक 3500 बोरी मार्केट 100 तेज
धनिया बदामी-8000/8500
घनिया- ईगल- 8600/8950
स्कुटर धनिया- 8800/9300 रगंदारक्वालिटी-9500/10500
सोयाबीन -6000/6700
सरसों- 6000/7300
चना - 4000/4400
उड़द - 2500/6000
मक्का पीली -1800/1925
मक्का सफेद- 1700/1925
कलौजी- 14500/15700
ईसबगोल -10000/11400
गेहू -1900/2050
मेथी -5200/5800
अलसी -7000/7500
मसूर -5450/6150
ज्वार -2000/4000
कैथूडी़ -6800/8000
अशंवगध -11000/25000
लसंन -400/1500
अजवाईन-8500/10000
धान के भाव पंजाब, हरियाणा, नरेला और राजस्थान की मंडियों के 10 फरवरी 2022 के
Date- 10/02/2022
MANDI- KOTA. Rajsthan
Arrival- 15,000 Bags
1121.
Rate-3650 se 3825.
1718.
Rate-3600 se 3851.
1509.
Rate- 3350 se 3501.
Sugandha.
Rate- 2900 se 3211.
---
Date- 10/02/2022.
Mandi- Kotkapura. (Punjab)
------------------------------------
Aarival- 7000 Bags Combain)
-------------------------------------
1121. New.
Rate- 3700--3985
1401. New.
Rate- 3400--3695
1718. New.
Rate- 3600--3895
New 1509.
Rate- 3400--3620
---------
Madlauda Mandi
Paddy 1121 (3950-4015) arrival 300 bag
Paddy 1718 no Arrival
Paddy Basmati 30 (3500-3571) Arrival 2500
Paddy Basmati 408(3100-3200) arrival 400 bags
Basmiti compain (2900-3120) arrival 300 bags
--------
1121-3980 1718-3840 1509-3450 Fatehaba
--------
Bundi 1121
3650 to 3800
1718
3550 3890
1509 3350 to 3600
Suganda 2850 to 3190
Dp 2980 3050
Awake 10 to 15000
-------------
Date- 10/02/2022
MANDI- BATALA. Punjab
1121.
Rate- 3980.
1718.
Rate- 3875.
-------------
नरवाना
1125 हाथ 3900
1121 हाथ 3950
जीरी का बायर आज कमजोर
10/02/22
-------------
Narela Mandi
10,,,,02,,,,2022
1121,,,,,3881
1718,,,,,3901
RH,10,,,,2671
Sug ,,,,,,,,2960
Taj ,,,,,,,,,3103
Srbt,,,,,,,2425
---------
SAHIB SINGH AND SONS SHOP NO 188 MANDI BHAGTANWALA AMRITSAR ARE 5000 BAGS 1121 RATE 3700 TO 4045 1718 3600 TO 3975
08 फ़रवरी 2022
paddy rate punjab, haryana or mp mandi 8 Feb. 22
Date- 08/02/2022
Mandi- Kotkapura. (Punjab)
------------------------------------
Aarival- 4000 Bags Combain)
1121. New.
Rate- 3700--3930
1401. New.
Rate- 3400--3645
1718. New.
Rate- 3500--3870
New 1509.
Rate- 0000--0000
---------
SAHIB SINGH AND SONS SHOP NO 188 MANDI BHAGTANWALA AMRITSAR ARE 3000 BAGS RATE 3990 HATH 1718 3860 HATH
----- Mandi mustsar
1121..4000
1718..3930
1401..3752
-----
Tohana mandi
1121..............3925 🖐️
1718..............3925 🖐️
1401..............3650 com
Pb 1..........3330 com
Shabnam ............3040 thareser
----
MANDI- DABRA. MP
Aarival- 3'000. Bags. Combine.
1718
Rate- 3720.
1121.
Rate- 3670.
1509.
Rate- 3400.
Sugandha.
Rate- 3050.
---------------
Tarn Taran mandi arrival paddy arivel ot bhav 8 Feb. 22
Tarn Taran mandi arrival 1121 1718 5000 bags
Combine 1121 rs 3880
Hath 🤚🏻 1121 rs 3976
1718 combine rs 3751
Hath 🤚🏻 1718 rs 3866
P7 rs 3736
1509 rs 3425
दिसंबर में बासमती एवं गैर बासमती चावल का निर्यात 20 लाख टन से कम हुआ
नई
दिल्ली। दिसंबर में बासमती एवं गैर बासमती चावल का निर्यात 19.91 लाख टन
का हुआ है, इसमें बासमती चावल की हिस्सेदारी 3.43 लाख टन की है, जबकि गैर
बासमती चावल की हिस्सेदारी 16.48 लाख टन है।
वाणिज्य एवं उद्योग
मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2021-22
के पहले 9 महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान देश से बासमती चावल का निर्यात
27,45,571 टन का ही हुआ है जबकि गैर बासमती चावल का निर्यात इस दौरान
125,31,425 टन का हुआ है। मूल्य के हिसाब से बासमती चावल का निर्यात 17,689
करोड़ रुपये का हुआ है, जबकि गैर बासमती चावल का निर्यात 33,350 करोड़
रुपये का हुआ है।
व्यापारियों के अनसुार बासमती चावल में
निर्यातकों के साथ ही स्थानीय मांग में सुधार आने से हाल ही कीमतें बढ़ी
है। जानकारों के अनुसार पिछले दस से पंद्रह दिनों में सऊदी अरब की कंपनियों
ने करीब 48 से 50 हजार बासमती चावल के आयात सौदे किए हैं। आगे रमजान की
मांग बासमती चावल में और बढ़ने की उम्मीद है। उत्पादक मंडियों में किसानी
धान की आवक कम हो गई है, जबकि स्टॉकिस्ट नीचे दाम पर बिकवाली नहीं कर रहे
हैं। इसलिए आगामी दिनों में इनकी कीमतों में हल्का सुधार और भी बन सकता है।
चालू रबी में तिलहन एवं दलहन की बुआई बढ़ी, कुल बुआई 700 लाख हेक्टेयर के पार
नई
दिल्ली। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी तिलहन के साथ ही दलहन की बुआई
में बढ़ोतरी हुई है, जिससे इनके आयात बिल में कटौती की संभावना है।
मंत्रालय
के अनुसार 4 फरवरी 2021 तक रबी फसलों की बुआई 1.48 फीसदी बढ़कर 700.83 लाख
हेक्टेयर में हो गई है, जबकि पिछले साल की समान अविध में इनकी बुआई 690.60
लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। चालू रबी में तिलहन के साथ ही दलहन की बुआई
में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन रबी की प्रमुख फसल गेहूं के साथ ही मोटे अनाजों
की बुआई में कमी आई है।
मंत्रालय के अनुसार रबी की प्रमुख फसल
गेहूं की बुआई चालू रबी में घटकर 343.26 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जोकि
पिछले साल की समान अवधि के 346.10 लाख हेक्टेयर से कम है।
तिलहनी
फसलों की बुआई चालू रबी में बढ़कर 102.79 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है,
जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई 83.69 लाख हेक्टेयर में ही हुई
थी। रबी तिलहन की प्रमुख फसल सरसों की बुआई चालू रबी में बढ़कर 91.63 लाख
हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुआई 73.12
लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। अन्य तिलहनी फसलों में सनफ्लवर की बुआई 1.19
लाख हेक्टेयर में, मूंगफली की 5.27 लाख हेक्टेयर में और सफ्लावर की 76 हजार
हेक्टेयर के अलावा केस्टर सीड की बुआई 2.95 लाख हेक्टेयर में हुई है।
पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 1.09 लाख हेक्टेयर में, 5.18
लाख हेक्टेयर में, 58 हजार हेक्टेयर और 2.80 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
दालों
की बुआई चालू रबी में बढ़कर 168.27 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि
पिछले रबी सीजन की समान अविध इनकी बुआई 166.10 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।
रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बुआई चालू रबी में बढ़कर 114.95 लाख
हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले रबी सीजन की समान अवधि में इसकी बुआई
110.38 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। मसूर की बुआई चालू रबी में 17.71 लाख
हजार हेक्टेयर में, मटर की 10.18 लाख हेक्टेयर में और उड़द की 8.17
हेक्टेयर में हुई है। पिछले रबी सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश:
16.91 लाख हेक्टेयर में, 10.38 लाख हेक्टेयर में और 8.33 लाख हेक्टेयर में
हुई थी। मूंग की बुआई चालू रबी में 5.13 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि
पिछले रबी की समान अवधि में इसकी बुआई 7.03 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
मोटे
अनाजों की बुआई चालू रबी में 51.31 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जोकि
पिछले साल की समान अवधि के 52.03 लाख हेक्टेयर से कम है। मोटे अनाजों में
ज्वार की बुआई चालू रबी में 24.56 लाख हेक्टेयर में और मक्का की 19.31 लाख
हेक्टेयर में तथा जौ की बुआई 6.80 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले रबी
सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 27.60 लाख हेक्टेयर में, 17.50
लाख हेक्टेयर में और 6.20 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।
धान की रोपाई
चालू रबी में घटकर 35.19 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले रबी सीजन
की समान अवधि में इसकी रोपाई 42.67 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
जनवरी अंत तक चीनी का उत्पादन 5.65 फीसदी बढ़कर 187 लाख टन के पार - इस्मा
नई
दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2021-22 के पहले चार महीनें पहली अक्टूबर 2021 से
31 जनवरी 2021 तक चीनी का उत्पादन 5.65 फीसदी बढ़कर 187.08 लाख टन का हो
चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस दौरान केवल 177.06 लाख टन चीनी का ही
उत्पादन हुआ था। चालू पेराई सीजन में 507 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई
चल रही है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में केवल 491 मिलों में ही
पेराई चल रही थी।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार
चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र में 31 जनवरी 2021 तक 72.90 लाख टन चीनी का
उत्पादन हुआ है, जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 63.80 लाख टन का ही
उत्पादन हुआ था। राज्य में 194 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी है, जबकि
पिछले साल इस समय तक केवल 182 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हो पाई थी।
उत्तर
प्रदेश में चालू पेराई सीजन में मिलों में देर सेे गन्ने की पेराई आरंभ
हुई थी। हालांकि 31 जनवरी तक राज्य की सभी 120 चीनी मिलों ने पेराई आरंभ कर
दी है। राज्य में 31 जनवरी 2021 तक 50.33 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है
जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के 54.43 लाख टन से कम है।
कर्नाटक
में 31 जनवरी 21 तक 38.78 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले
पेराई सीजन की समान अवधि में केवल 34.54 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था।
राज्य में चालू पेराई सीजन में 72 मिलों में गन्ने की पेराई चल रही है
जबकि पिछले पेराई सीजन में 66 मिलों में ही पेराई चल रही थी।
गुजरात
में चालू पेराई सीजन में 31 जनवरी 2021 तक 15 चीनी मिलों ने पेराई आरंभ कर
दी है, तथा 5.75 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है, जबकि पिछले पेराई
सीजन की समान अवधि में राज्य की मिलों ने 5.55 लाख टन चीनी का उत्पादन किया
था।
तमिलनाडु में चालू पेराई सीजन में 31 जनवरी तक राज्य की मिलों
ने 2.88 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान
अवधि में राज्य में 1.65 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था।
देश के
अन्य राज्यों उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और
तेलंगाना में 15 जनवरी 2021 तक 81 चीनी मिलों में 16.44 लाख टन चीनी का
उत्पादन हो चुका है।
चालू महीने में 60 हजार टन मसूर का होगा आयात, दलहन की कीमतों पर दबाव
नई
दिल्ली। चालू महीने में एक वैसल 27,500 टन मसूर लेकर कोलकाता बंदरगाह पर
और दूसरा 32,000 टन मसूर लेकर मुंद्रा बंदरगाह पर पहुंगा। अत: आयातित मसूर
के साथ ही घरेलू मंडियों में नई फसल की छिटपुट आवक शुरू होने से कीमतों पर
दबाव बना हुआ है।
मसूर की बुआई चालू रबी में 17.71 लाख हजार
हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले रबी के 16.91 लाख हेक्टेयर से ज्यादा
है। बुआई में हुई बढ़ोतरी के साथ ही उत्पादक मंडियों में नई मसूर की छिटपुट
आवक शुरू होने से कीमतों पर दबाव देखा जा रहा है तथा सप्ताहभर में ही मसूर
की कीमतों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आ चुका है।
दाल
मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश की
मसूर की कीमतों में 50 से 200 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 7,000 रुपये
और 7,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
कनाडा की मसूर के दाम मुंद्रा
और हजिरा बंदरगाह पर 50-50 रुपये कम होकर 6,775 से 6,800 रुपये प्रति
क्विंटल रह गए। इसी तरह से कनाडा की मसूर के दाम कंटेनर में 50 रुपये घटकर
6,900 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। आस्ट्रेलियाई मसूर के दाम 6,950 से
7,000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
दाल मिलों की हाजिर
मांग कमजोर होने के साथ ही स्टॉकिस्टों की घबरहटपूर्ण बिकवाली से शुक्रवार
को भी अरहर, उड़द में गिरावट जारी रही। व्यापारियों के अनुसार दालों में
खुदरा के साथ ही थोक में ग्राहकी कमजोर है, जबकि उत्पादक मंडियों में अरहर
की आवक बढ़ने कीमतों पर दबाव है।
चालू रबी में दालों की बुआई बढ़कर
168.27 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले रबी सीजन की समान अविध
इनकी बुआई 166.10 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। चना की बुआई चालू रबी में
बढ़कर 114.95 लाख हेक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले रबी सीजन की समान
अवधि में इसकी बुआई 110.38 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। इसी तरह से
मध्य प्रदेश की हरदा मंडी में आज नए चना की आवक हुई तथा तथा इसका कारोबार 4,441 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुआ।
दिल्ली
में बर्मा की लेमन अरहर नई की कीमतों में 25 रुपये की गिरावट आकर भाव
6,375 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। उधर चेन्नई में, बर्मा की लेमन अरहर के
दाम घटकर 6,000 से 6,025 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
मुंबई में लेमन
अरहर की कीमतों में 100 रुपये का मंदा आकर भाव 6,000 से 6,050 रुपये प्रति
क्विंटल रह गए। इसी तरह से अरुषा अरहर के भाव में 50 रुपये की गिरावट आकर
भाव 5,200 से 5,350 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। अफ्रीकी अरहर के दाम 100
रुपये घटकर 6,350 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
दिल्ली में बर्मा
उड़द एफएक्यू और एसक्यू में 75-100 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 6,175
रुपये और 6,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
मुंबई में बर्मा उड़द एफएक्यू के भाव नई के 175 रुपये घटकर 6,000 से 6,025 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
चेन्नई में उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में 25 रुपये का मंदा आकर भाव क्रमश: 5,825 रुपये और 6,300 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।