नई दिल्ली, 29 जुलाई। सूत्रों के अनुसार वर्तमान में बिहार की उत्पादक मंडियों में मक्का की दैनिक आवकें घटकर 30 से 35 हजार बोरियों की रह गई हैं जबकि स्टॉर्च के साथ-साथ पोर्ल्टी की मांग भी बराबर होने से इसकी कीमतें मजबूत बनी हुई है। जानकारों के अनुसार इस समय बिहार में मक्का की 25 से 30 फीसदी फसल ही बची हुई है जबकि प्रमुख खरीफ उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक व आंध्रप्रदेश की नई फसल की आवकें सितम्बर माह के आखिर में ही बन पायेगी इन हालातों में उम्मीद की जा रही है कि सितम्बर माह से पहले मक्का में मंदे के आसार न के बराबर है। बिहार की मंडियों में इस मक्का के बिल्टी कट भाव 750 रूपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। अघिकारिक सूत्रों के अनुसार चालू खरीफ सीजन में देश में अभी तक मक्का की बिजाई 40.96 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जोकि गत वर्ष की समान अवघि के मुकाबले कम है। ज्ञात हो कि गत वर्ष की समान अवघि में देश में मक्का की बिजाई 42.67 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। सामान्यत: खरीफ सीजन में देश में मक्का की बिजाई 63.70 लाख हैक्टेयर में होती है। पिछले एक सप्ताह से महाराष्ट्र, कर्नाटक व आंध्रप्रदेश में अच्छी वर्षा हो रही है जिससे बिजाई हो चुकी फसल को तो फायदा होगा ही साथ ही जिन क्षेत्रों में बिजाई नहीं हो पाई है वहां भी बिजाई हो सकेगी। आने वाली खरीफ फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्यों की घोषणा अभी तक नहीं हो पाई है जबकि कृषि लागत एवं मूल्य आयोग मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य 840 रूपये प्रति क्विंटल घोषित करने की मांग कर चुका है। वर्तमान में मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य 620 रूपये प्रति क्विंटल है।
वर्तमान में दिल्ली में मक्का की दैनिक आवकें मात्र 18 से 20 मोटरों की हो रही है जबकि यहां इसके भाव 930 से 935 रूपये प्रति क्विंटल पर मजबूत बने हुए है। उघर निजामाबाद मण्डी में मक्का के भावों में आज 10 रूपये प्रति क्विंटल की गिरावट आकर भाव 1111 रूपये प्रति क्विंटल, सांगली मण्डी में भाव 1125 रूपये प्रति क्विंटल व अकोला में भाव 960 रूपये प्रति क्विंटल बोले गये।......R S Rana
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