नई दिल्ली। त्योहार के कारण कई राज्यों की मंडियां बंद होने के कारण घरेलू बाजार में गुरुवार को सीमित कारोबार के बीच अधिकांश दलहन की कीमतों में मिलाजुला रुख देखा गया। जानकारों के अनुसार बाजार में नकदी की किल्लत
व्यापारियों के अनुसार घरेलू बाजार में उड़द में मिलाजुला रुख रहा, जहां मुंबई में इसके दाम स्थिर बने जबकि दिल्ली में इसके भाव कमजोर हुए। हालांकि आयातकों के पास ऊंचे दाम की उड़द का स्टॉक है, इसलिए बिकवाली तो कम हुई है, लेकिन घरेलू बाजार में दाल मिलें भी केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही हैं। उड़द दाल में दक्षिण भारत की मांग सामान्य की तुलना में कमजोर है, साथ ही हाल ही में उड़द के उत्पादक राज्यों में मानसून ने रफ्तार पकड़ी है। उत्पादक मंडियों में समर उड़द की आवक भी बराबर बनी हुई है। इसलिए उड़द भाव में आगे नरमी ही आने का अनुमान है। वैसे भी बर्मा में उड़द का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में है।
बर्मा की लेमन अरहर के दाम स्थिर बने रहे, जबकि देसी अरहर की कीमतों में हल्की तेजी दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार अरहर दाल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है, जिस कारण दाल मिलें जरुरत के हिसाब से खरीद कर रही हैं। अगले महीने अफ्रीकी देशों से अरहर के आयात में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। अरहर के प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में मानसून सक्रिय होने से चालू खरीफ में अरहर की बुआई बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में अरहर में स्टॉकिस्टों की मुनाफावसूली बनी रहने से मौजूदा कीमतों में बड़ी तेजी के आसार नहीं है।
दाल मिलों की सीमित मांग से दिल्ली में देसी मसूर के दाम स्थिर बने रहे, लेकिन बंदरगाह पर आयातित मसूर की कीमतें नरम हुई। व्यापारियों के अनुसार मसूर दाल में खपत राज्यों की ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर बनी हुई है, इसलिए दाल मिलें जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही है। अत: मसूर भाव में अभी बड़ी तेजी, मंदी के आसार नहीं है। बंदरगाह पर ऑस्ट्रेलिया से आयातित मसूर का बकाया स्टॉक ज्यादा है, साथ ही आयातित मसूर की क्वालिटी हल्की है। हालांकि आगामी दिनों में आगामी दिनों में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की मंडियों में मसूर की आवक कम हो जायेगी।
दिल्ली में चना की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। जानकारों के अनुसार आगामी दिनों में नेफेड केंद्रीय पूल से चना की बिक्री शुरू करेगी, इसलिए मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही हैं। वैसे भी चना दाल एवं बेसन में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है, जिस कारण दाल मिलों की मांग अभी सीमित ही बनी रहने के आसार हैं। वैसे भी केंद्रीय पूल में चना का बकाया स्टॉक भी ज्यादा है इसलिए स्टॉकिस्ट भी चना की खरीद नहीं कर रहे हैं।
मूंग की कीमतें दिल्ली में तेज हुई हैं, जबकि उत्पादक मंडियों में स्थिर बनी हुई है। मूंग के उत्पादक राज्यों में मौसम खराब है, इसलिए मूंग की आवक प्रभावित हुई है। ऐसे में इसकी कीमतों में अभी सीमित तेजी, मंदी बनी रह सकती है। जानकारों के अनुसार उत्पादक राज्यों में मौसम साफ होने के बाद नई फसल की आवक बढ़ेगी, तथा चालू समर सीजन में मसूर का उत्पादन अनुमान ज्यादा है, तथा मूंग दाल में ग्राहकी कमजोर होने से दाल मिलें भी सीमित मात्रा में खरीद कर रही हैं। इसलिए इसके भाव में अभी बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए।
मुंबई में उड़द एफएक्यू के दाम 7,975 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
दिल्ली में उड़द एसक्यू के दाम 50 रुपये कमजोर होकर भाव 8,850 से 8,875 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान एफएक्यू की कीमतें 25 रुपये घटकर 8,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गई।
मुंबई में लेमन अरहर के दाम 9,400 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम कमजोर हो गए। सूडान से आयातित अरहर के दाम 100 रुपये घटकर 9,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। मोजाम्बिक की सफेद अरहर के भाव 100 रुपये घटकर दाम 8250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रह गए। इस दौरान मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 8250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। मलावी से आयातित अरहर के भाव 8000 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
दाल मिलों की सीमित खरीद से मध्य प्रदेश की मसूर के दाम दिल्ली में 6000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
हजिरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 25 रुपये कमजोर होकर दाम 5,625 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 25 रुपये घटकर 5,525 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें वैसल में 50 रुपये घटकर 5,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 5,850 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 5,900 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बनी रही
दिल्ली में राजस्थान के चना के भाव 5,075 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे, इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव 5,075 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
राजस्थान लाईन की मूंग की कीमतें दिल्ली में 75 रुपये तेज होकर भाव 7,500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान जलगांव में देसी मूंग के भाव 7600 से 8600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इंदौर में बोल्ड क्वालिटी की मूंग के दाम 7800 से 8300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
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