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30 जून 2023

डीओसी का निर्यात मई में 72 फीसदी बढ़ा - उद्योग

नई दिल्ली। मई-23 में देश से डीओसी का निर्यात 72 फीसदी बढ़कर 436,596 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल मई में इसका निर्यात केवल 254,062 टन का ही हुआ था।


साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले दो महीनों अप्रैल, मई में डीओसी का निर्यात 59 फीसदी बढ़कर 930,044 टन का हुआ है, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 586,415 टन का ही हुआ था।

एसईए के अनुसार अप्रैल 2022 में सोयाबीन के दाम घरेलू बाजार में 7,640 रुपये प्रति क्विंटल के उच्चतम स्तर पर थे, जोकि घटकर 4,900 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। अत: कीमतों में आई गिरावट से सोयाबीन की पेराई ज्यादा हुई साथ ही सोया डीओसी का निर्यात भाव वाजिब हो गया। 19 जून, 2023 भारतीय सोया डीओसी के दाम एक्स-कांडला 595 डॉलर प्रति टन थे।

भारतीय सोया डीओसी के प्रमुख आयातक देश दक्षिण पूर्व एशिया के हैं, जहां भारत छोटे लॉट में भी आपूर्ति कर सकता है। इसके अलावा, भारतीय सोया डीओसी गैर जीएमओ होने का भी फायदा है और कुछ यूरोपीय देशों और यूएसए द्वारा इसका आयात किया जा रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने के कारण भी निर्यात को बढ़ावा मिला है।

एसईए के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान सरसों डीओसी के निर्यात ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है तथा वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 22,96,943 टन का निर्यात हुआ है। चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों अप्रैल, मई 2023 के दौरान भी निर्यात में बढ़ोतरी जारी रही, तथा इस दौरान निर्यात बढ़कर 480,000 टन का हो चुका है, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में केवल 398,000 टन का ही निर्यात हुआ था।

वर्तमान में भारत दक्षिण कोरिया, वियतनाम, थाईलैंड और अन्य सुदूर पूर्व देशों को 270 डॉलर प्रति टन, एफओबी पर भारतीय सरसों डीओसी का निर्यात सबसे सस्ता है। उधर हैम्बर्ग में सरसों डीओसी का एक्स-मिल भाव 316 डॉलर प्रति टन है।

भारतीय बंदरगाह पर सोया डीओसी का भाव मई 23 में घटकर औसतन 570 डॉलर प्रति टन रह गया, जबकि मई 2022 में इसका दाम 720 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से सरसों डीओसी का भाव मई 23 में घटकर भारतीय बंदरगाह पर 251 डॉलर प्रति टन रह गया, जबकि पिछले साल मई 22 में इसका भाव 306 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से केस्टर डीओसी का दाम मई 23 में घटकर भारतीय बंदरगाह पर 112 डॉलर प्रति टन रह गया, जबकि मई 22 में इसका दाम 143 डॉलर प्रति टन था।   

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