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06 मई 2023

मिलों की मांग चना एवं अरहर के दाम बढ़े, मसूर में मिलाजुला रुख तथा उड़द कमजोर

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बनी रहने से घरेलू बाजार में शुक्रवार को चना के साथ ही अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम तेज हुए, जबकि उड़द के भाव में गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान मसूर की कीमतों मेंं मिलाजुला रुख रहा, जबकि मूंग के दाम स्थिर बने रहे।


बर्मा के स्थानीय बाजार में उड़द के साथ ही लेमन अरहर की कीमतों में गिरावट आई। उड़द एफएक्यू और एसक्यू के दाम मई शिपमेंट की फसल सीजन 2023 के 10-10 डॉलर कमजोर होकर भाव क्रमश: 930 डॉलर प्रति टन और 1,030 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ रह गए। इस दौरान लेमन अरहर के भाव भी 10 डॉलर घटकर 1,040 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ पर रह गए।

आयातित गजरी अरहर की कीमतें मुंबई में अगस्त एवं सितंबर शिपमेंट की 845 डॉलर प्रति टन सीएडंएफ रही, जबकि गजरी एवं सफेद अरहर की कीमतें सितंबर एवं अक्टूबर शिपमेंट की 835 डॉलर प्रति टन सीएडंएफ बोले गए। चेन्नई में गजरी अरहर के दाम अगस्त एवं सितंबर शिपमेंट के 865 डॉलर प्रति टन सीएडंएफ रहे। चेन्नई में मलावी से आयातित अरहर के भाव अगस्त एवं सितंबर शिपमेंट 775 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ बोले गए।

घरेलू बाजार में दाल मिलों की खरीद कमजोर होने से आयातित उड़द के भाव कमजोर हुए। बर्मा में उड़द की कीमतें नरम हुई है, लेकिन अभी भी आयात पड़ते महंगे हैं इसलिए आयातकों की बिकवाली कमजोर है। जानकारों के अनुसार उड़द के भाव में घरेलू बाजार में अभी बड़ी गिरावट के आसार तो नहीं है, लेकिन उड़द दाल में दक्षिण भारत की मांग कमजोर है, दूसरा आगामी दिनों में उत्पादक राज्यों में नई उड़द की आवक बढ़ेगी। ऐसे में नई उड़द की आवक बढ़ने पर इसके भाव में नरमी आने का अनुमान है।

घरेलू बाजार में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम तेज हुए, लेकिन लेमन के दाम स्थिर बने रहे। जानकारों के अनुसार बर्मा के साथ ही अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के आयात पड़ते महंगे हैं, साथ ही घरेलू मंडियों में देसी अरहर की आवकों में काफी कमी आई है। इसलिए अरहर की कीमतों में अभी बड़ी गिरावट के आसार तो नहीं है लेकिन अरहर दाल में खुदरा के साथ ही थोक में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है। दूसरा सरकार की सख्ती को देखते हुए स्टॉकिस्ट भी जरुरत के हिसाब से ही खरीद नहीं कर रहे हैं। इसलिए अरहर की कीमतों में तेजी, मंदी बनी रहने के आसार हैं।

जलगांव मंडी में समर मूंग की आवक शुरू हो गई है, तथा नई मूंग के दाम 8800 से 9200 रुपये प्रति क्विंटल है।

लातूर मंडी में अरहर के बिल्टी भाव 50 रुपये बढ़कर 8800 से 8850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

इंदौर में मसूर के दाम 75 से 100 रुपये तेज होकर भाव 5500 से 5600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

गुजरात की राजकोट मंडी में नई मूंग के भाव 9,000 से 9800 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए तथा आवक 200 बोरियों की हुई। मध्य प्रदेश दाहोद मंडी में नई मूंग के दाम 9000 से 9200 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

देसी मसूर के दाम जहां दिल्ली में तेज हुए, वहीं बंदरगाह पर आयातित मसूर के दाम कमजोर हुए। व्यापारियों के अनुसार मसूर दाल में खपत राज्यों की मांग सामान्य की तुलना में कमजोर है, जबकि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की मंडियों में मसूर की आवक बनी रहेगी। चालू रबी सीजन में मसूर की बुआई पिछले साल की तुलना में ज्यादा हुई थी। उधर ऑस्ट्रेलिया के साथ ही कनाडा से मसूर का आयात बराबर बना रहेगा, इसलिए मसूर की कीमतों में अभी सीमित तेजी, मंदी बनी रहने के आसार हैं।

दाल मिलों की मांग बढ़ने से चना की कीमतें दूसरे दिन 50 से 75 रुपये तेज हुई। जानकारों के अनुसार नीचे दाम पर मिलों की मांग से चना कीमतों में तेजी आई है। उत्पादक मंडियों में चना के दाम काफी नीचे आ चुके थे, इसलिए हल्का सुधार और भी बन सकता है। हालांकि चना दाल एवं बेसन में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है इसलिए चना में बड़ी तेजी के आसार अभी नहीं है। नेफेड चालू रबी में एमएसपी पर 17.22 लाख टन चना की खरीद कर चुकी है, जबकि केंद्रीय पूल में 14 लाख टन चना का पुराना स्टॉक है।

मूंग के दाम दाम स्थिर हो गए, गुरुवार को इसके दाम तेज हुए थे। जानकारों के अनुसार उत्पादक राज्यों में मौसम साफ हो गया है, जिस कारण मंडियों में नई मूंग की आवक बढ़ेगी, तथा चालू सीजन में उत्पादन अनुमान ज्यादा है। इसलिए आगे इसकी कीमतों में मंदा मानकर ही व्यापार करना चाहिए। मूंग दाल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है, इसलिए मिलर्स भी जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रहे हैं।

चेन्नई में नई उड़द एसक्यू के दाम हाजिर डिलीवरी के दाम 8325 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। जून डिलीवरी उड़द एसक्यू के दाम 25 रुपये कमजोर होकर 8500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान उड़द एफएक्यू के भाव हाजिर डिलीवरी के 7625 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।  

मुंबई में उड़द एफएक्यू के दाम 50 रुपये घटकर 7700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

दाल मिलों की सीमित मांग मुंबई में लेमन अरहर के दाम 8225 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।

मुंबई में मोजाम्बिक एवं मलावी अरहर के दाम तेज हुए। मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 50 रुपये बढ़कर 7050 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। इस दौरान मलावी से आयातित अरहर के भाव 50 रुपये तेज होकर 6750 से 6800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मोजाम्बिक की सफेद अरहर के भाव 7100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। सूडान से आयातित अरहर के दाम 8500 से 8600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

दाल मिलों की मांग बढ़ने से मध्य प्रदेश की मसूर के दाम 50 रुपये बढ़कर 5,875 से 5900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान कनाडा की मसूर के दाम 5,875 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 50 रुपये घटकर दाम 6,050 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 50 रुपये घटकर 6,100 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें वैसल में 5,600 से 5,650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। इस दौरान हजिरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 5,700 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो रह गए। मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 5,600 रुपये प्रति क्विंटल पर टिके रहे।

दिल्ली में राजस्थान के नए चना के भाव 50 रुपये तेज होकर दाम 5,125 से 5,150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव 75 रुपये बढ़कर 5,100 से 5,125 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

राजस्थान लाईन की मूंग की कीमतें दिल्ली में 8300 से 8500 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। जयपुर में मूंग के बिल्टी भाव 7800 से 8600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। जबकि जलगांव में चमकी मूंग के दाम 8500 से 9350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।

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