नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2022-23 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान बासमती चावल के साथ ही गैर बासमती चावल के निर्यात में क्रमश: 11.41 और 6.03 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
सूत्रों के अनुसार अप्रैल 2022 से अक्टूबर 2022 के दौरान बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 24.10 लाख टन का हुआ है, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 21.63 लाख टन का ही हुआ था। अक्टूबर में बासमती चावल का निर्यात 2.53 लाख टन का हुआ है।
गैर बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष के अप्रैल 2022 से अक्टूबर 2022 के दौरान 102.11 लाख टन का हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 96.30 लाख टन का हुआ था। गैर बासमती चावल का निर्यात अक्टूबर में 12.55 लाख टन का हुआ है।
उत्पादक मंडियों में बासमती चावल के साथ ही धान की कीमतें तेज बनी हुई है। जानकारों के अनुसार बासमती चावल में निर्यात मांग अच्छी है, जबकि उत्पादक मंडियों में पूसा 1,509 किस्म के धान की आवक पहले की तुलना में कम हुई है। हालांकि पूसा 1,121 एवं 1718 तथा 1,404 के साथ ही ट्रेडिशनल बासमती धान की आवक बराबर बनी हुई है। व्यापारियों के अनुसार निर्यातकों की मांग को देखते हुए अभी धान एवं चावल की कीमतों में गिरावट की उम्मीद नहीं है।
पंजाब की मुक्तसर मंडी में बुधवार को धान की आवक 80,000 बोरियों की हुई तथा मंडी में पूसा 1,121 किस्म के धान के भाव 4125 रुपये, 1,401 किस्म के धान के भाव 4095 रुपये और 1718 किस्म के धान के भाव 3900 रुपये तथा पूसा 1,509 किस्म के धान के भाव 3700 रुपये प्रति क्विंटल रहे। हरियाणा की कैथल मंडी में ट्रेडिशनल बासमती धान के भाव 6275 रुपये, पूसा 1,121 किस्म के धान के भाव 4225 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
पूसा 1,121 बासमती चावल गोल्डन सेला का भाव 8300 रुपये और सेला चावल का बढ़कर 8000 से 8100 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। इस दौरान 1718 किस्म के स्टीम चावल का दाम 7800 से 8000 रुपये एवं इसके गोल्डन सेला चावल का 7,400 से 7600 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। पूसा 1,509 किस्म के सेला चावल का दाम 6900 से 7100 रुपये और इसके स्टीम चावल के दाम बढ़कर 7800 से 8000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
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