नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से मंगलवार को दिल्ली के नया बाजार में अरहर और उड़द के साथ ही मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
स्थानीय मिलोें की मांग कमजोर होने के कारण बर्मा की लेमन अरहर की कीमतें दिल्ली में 100 रुपये घटकर 6,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। अगले महीने से आयातित उड़द और अरहर नीचे भाव की आयेगी, क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा अरहर, उड़द और मूंग के फ्री आयात की अनुमति से कीमतों पर दबाव बना हुआ है। चेन्नई हाजिर में लेमन अरहर की कीमतें 50 रुपये घटकर 6,150 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। बर्मा लाईन की नई लेमन अरहर के आगे के सौदे जून-जुलाई शिपमेंट के करीब 100 रुपये नरम होकर भाव 6,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
चेन्नई से मिले नरमी के संकेतों के बाद, दाल मिलों की हाजिर मांग कम होने से बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में 50-50 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 6,950 रुपये और 7,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। उड़द के आयात पड़ते बराबर लग रहे हैं।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर के दाम 25 से 50 रुपये नरम होकर भाव क्रमश: 6,625 रुपये और 6,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। बाजार में इस बात का डर है कि कहीं सरकार जल्द ही मसूर पर आयात शुल्क कम कर सकती है या समाप्त कर सकती है। मसूर की आवक मंडियां बंद होने के साथ ही लॉकडाउन के कारण सीमित मात्रा में ही हो रही है जबकि आयात शुल्क ज्यादा होने के कारण आयात में पड़ते भी नहीं लग रहे हैं, ऐसे में मसूर की कीमतों मेंं नीचे भाव में मांग आने सुधरने की उम्मीद है।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर जून डिलीवरी वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 59 रुपये की गिरावट आई, जबकि जुलाई वायदा अनुबंध में इसकी कीमतों में 62 रुपये का मंदा आया।
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