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07 दिसंबर 2012
आगे भी फिसलेगा सोने का बाजार!
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरावट के चलते घरेलू बाजार में भी सोने-चांदी पर दबाव बढ़ता जा रहा है। साथ ही रुपये की सेहत में सुधार के कारण भी सोना कमजोर हो रहा है। करीब एक सप्ताह में सोने और चांदी की कीमतों में लगभग 6 फीसदी की गिरावट हो चुकी है। वैश्विक अर्थव्यवस्था के हालात में हो रहे सुधार अगर आगे भी जारी रहे
तो सोने-चांदी की मौजूदा दरों पर निवेश करने वाले निवेशकों को पछताना पड़ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले एक सप्ताह से सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। सप्ताह भर सोने की कीमतें करीब 30 डॉलर गिरकर 1690 डॉलर प्रति आउंस हो गई। वैश्विक संकेत और रुपये की सेहत में लगातार हो रहे सुधार के कारण घरेलू बाजार में गुरुवार को सोना गिरकर 30,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि एक सप्ताह पहले सोना अपने सर्वोच्च शिखर 33,000 की ऊंचाई को छू लिया था। हाजिर बाजार की तरह वायदा बाजार में भी सोने की चाल लगातार लडख़ड़ाती जा रही है। एमसीएक्स पर सोना गिरकर 31,014 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। सोने के साथ चांदी में भी गिरावट का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है।
घरेलू बाजार में गुरुवार को चांदी की कीमतें गिरकर 61,550 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई, जबकि एक सप्ताह पहले चांदी 63,500 के स्तर पर थी।
वैश्विक अर्थव्यवस्था की गाड़ी पटरी पर वापस आती दिखाई दे रही है। साथ ही दूसरी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की सेहत भी दुरुस्त लग रही है, जिसकीवजह से सोने में और गिरावट की संभावना है। दिग्गज ब्रोकिंग हाउस गोल्डमैन सैक्स ने सोने में नुकसान होने की आशंका व्यक्त की है। गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट से भी सोने-चांदी की कीमतों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐंजल ब्रोकिंग की नलिनी राव कहती हैं - मौजूदा हालात ऐसे ही रहे तो घरेलू बाजार में सोना 29,500 रुपये प्रति 10 ग्राम और अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1660 डॉलर प्रति आउंस तक गिर सकता है। राव के मुताबिक अमेरिका और चीन के अर्थव्यवस्था के जो आंकड़े आ रहे हैं, उससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिल रहे हैं। जिसके कारण निवेशक सोने की जगह निवेश के दूसरे विकल्पों की तरफ जा सकते हैं। इस वजह से सोने की कीमतों में दबाव बढ़ेगा।
(BS Hindi)
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