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06 अप्रैल 2011
2014 तक पांच गुना बढ़ जाएंगे कॉफी, चीनी के दाम
लंदन : कॉफी, चीनी और कोकोआ की आपूर्ति में कमी के चलते इनके दाम 2014 तक 5 से 10 गुना बढ़ने की आशंका है। सुपरफंड फाइनेंशियल के मुताबिक इसका यह मतलब होगा कि ग्राहकों पर खाद्य मुद्रास्फीति दर काफी करारी चोट करेगी। सुपरफंड फाइनेंशियल (हांगकांग) और सुपरफंड यूएसए के प्रबंध निदेशक एरोन स्मिथ ने कहा कि कृषि के लिए जमीन की कमी और बढ़ते खर्च का मतलब यह होगा कि किसान मांग के साथ रफ्तार बरकरार नहीं रख पाएंगे। सुपरफंड की 1.25 अरब डॉलर के एसेट अंडर मैनेजमेंट में करीब 40 फीसदी हिस्सा कमोडिटी से जुड़ा है। स्मिथ ने अनुमान लगाया था कि तांबे के दाम नवंबर में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाएंगे और एक महीने बाद भविष्यवाणी की कि चांदी कीमत बढ़ने के मामले में सोने को भी पीछे छोड़ देगी। उनके दोनों अनुमान सटीक साबित हुए। वैश्विक स्तर पर खाद्य उत्पादों के दामों का संयुक्त राष्ट्र इंडेक्स पिछले महीने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। जनवरी में बर्लिन में मुलाकात के बाद 48 मुल्कों के कृषि मंत्रियों ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि कीमतों में अत्यधिक उठापटक और सट्टेबाजी की वजह से वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं। स्मिथ ने लंदन में दिए एक साक्षात्कार में कहा था, 'खाद्य उत्पादों और कृषि लायक जमीन की काफी कमी है। किसी भी तरह के खाद्य उत्पादों की कीमतों में इजाफा होना तय है।' जुलाई 1994 में दो साल में कॉफी की कीमतें पांच गुना से ज्यादा बढ़ी थीं, और फरवरी 2002 से मार्च 2005 में यह तिगुनी बढ़ी। चीनी के दाम जून 2002 से फरवरी 2006 के बीच चार गुना उछले, जबकि जून 2007 से लेकर पिछले साल फरवरी में यह तिगुने से ज्यादा बढे़। कोकोआ के दाम दिसंबर 2000 से दिसंबर 2003 के दौरान 242 फीसदी बढ़े हैं। न्यू यॉर्क में आईसीई फ्यूचर्स यूएस में ट्रेडिंग देखने वाली अरेबिका कॉफी बीते एक साल में दोगुने स्तर पर पहुंच चुका है। कच्ची चीनी की वायदा कीमत 51 फीसदी मजबूत होकर 27.03 सेंट प्रति पाउंड हो गई है, जबकि कोकोआ कम बदलाव देखने के बाद 2,960 डॉलर प्रति टन के स्तर पर खड़ा है। कोलम्बिया में बारिश से फसल को नुकसान पहुंचने और दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक ब्राजील में कम पैदावार के अनुमान के बाद कॉफी की कीमतें उछल गईं। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया में बाढ़ आने के बाद चीनी मजबूत हुई, जबकि आइवरी कोस्ट में नवंबर में चुनावों के बाद हुई लड़ाई की वजह से निर्यात में रुकावट पैदा हुई और कोकोआ की कीमतों में इजाफा दर्ज किया गया। 1995 में वियना में शुरू हुई सुपरफंड तथाकथित मैनेज्ड फ्यूचर में विशेषज्ञता रखती है। अमेरिकी कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फरवरी में 0.5 फीसदी चढ़ा है, जो जून 2009 के बाद सबसे ज्यादा है। चीन से लेकर इंडोनेशिया तक, एशियाई मुल्कों ने मुद्रास्फीति दर को काबू में रखने के लिए ब्याज दरों में इजाफा किया है। यूरोपीय महंगाई दर मार्च में 2.6 फीसदी बढ़ी है, जो अक्टूबर 2008 के बाद सबसे तेज है और यह यूरोपियन सेंट्रल बैंक की 2 फीसदी की सीमा से ज्यादा है। (ET Hindi)
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