Daily update All Commodity news like : Wheat, Rice, Maize, Guar, Sugar, Gur, Pulses, Spices, Mentha Oil & Oil Complex (Musterd seed & Oil, soyabeen seed & Oil, Groundnet seed & Oil, Pam Oil etc.)
08 अप्रैल 2009
मध्य प्रदेश, राजस्थान में गेहूं की सरकारी खरीद ने गति पकड़ी
मध्य प्रदेश और राजस्थान की गेहूं की सरकारी खरीद ने गति पकड़नी शुरू कर दी है। मध्य प्रदेश में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर अभी तक करीब 3.37 लाख टन से गेहूं की खरीद की है। राजस्थान में भी एमएसपी पर अभी तक करीब 95 हजार टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है। गेहूं की आवक व सरकारी खरीद की गति को देखते हुए दोनों राज्यों में तय किए गए लक्ष्य से ज्यादा खरीद होने की संभावना है। इस साल समर्थन मूल्य पर मध्य प्रदेश में हो रही गेहूं की खरीद नए रिकार्ड स्तर पर जा पहुंची है। सूत्रों के अनुसार बीते 18 दिन में 3.37 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है। पिछले साल की समान अवधि में 1.46 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीदी हुई थी। आज की ताजा जानकारी के मुताबिक सर्वाधिक 2.60 लाख टन गेहूं भोपाल व होशंगाबाद संभाग में खरीदा गया। इसके अलावा 20 हजार टन इंदौर, 17 हजार टन ग्वालियर, 12280 टन उज्जैन, 11908 टन सागर, 7402 टन मुरैना, 7293 टन जबलपुर और 489 टन खरीद रीवा संभाग में खरीद दर्ज हुई है।राजस्थान में फसल जल्दी आने के कारण अप्रैल के पहले सप्ताह में ही गेहूं की सरकारी खरीद 95000 टन के पार हो गई है जबकि पिछले वर्ष समानावधि में करीब सात हजार टन गेहूं की ही खरीद हो पाई थी। मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए इस साल सात लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य मई के अंत तक पूरा हो जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। हालांकि सरकारी खरीद इसके बाद भी तीस जून तक जारी रखी जाएगी। उधर, राज्य की मंडियों में नए गेहूं के दाम 1025 से 1080 रुपए क्विंटल के बीच बने हुए हैं।भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के महाप्रबंधक आर.सी. मीणा ने बताया कि श्रीगंगानगर, हनुमानगढ और बीकानेर जिले को छोड़कर पूर राज्य में सरकारी एजेंसियां गेहूं खरीद रही हैं। बाकी बचे तीनों जिलों में भी आठ अप्रेल से गेहूं की खरीद शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद खरीद में और तेजी आने की उम्मीद और इससे मौजूदा सीजन में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद दस लाख टन के पार हो जाने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष एफसीआई ने राज्य में पांच लाख टन के लक्ष्य के मुकाबले 9.35 लाख टन गेहूं की खरीद की थी। राजस्थान के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख शासन सचिव ओ. पी. मीणा भी गेहूं खरीद में लगी सरकारी एजेंसियों पर पूरी निगरानी रख रहे हैं, ताकि किसानों को किसी तरह की परशानी न हो। राजस्थान कृषि निदेशालय ने प्रारंभिक तौर पर इस साल राज्य में गेहूं की पैदावार 63.81 लाख टन रहने का अनुमान लगाया है, जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले दस फीसदी कम होगी। लेकिन मार्च के दूसर पखवाड़े में अधिकांश जिलों में बारिश और ओलावृष्टि से फसल को सात फीसदी तक नुकसान होने से गेहूं पैदावार प्रारंभिक अनुमान से कम होने की आशंका हो गई है। (Business Bhaskar)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें