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20 अप्रैल 2009
ज्वैलरों और कर्मचारियों को मिलेंगे स्मार्ट कार्ड
मुंबई- ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी ट्रेड फेडरेशन (जीजेएफ) ज्वैलरों और उनके कर्मचारियों के लिए स्मार्ट कार्ड जारी करेगा। इसमें ज्वैलरों की पहचान का ब्योरा होगा और इससे उन्हें देश भर में कहीं भी आने- जाने में आसानी होगी। जीजेएफ के निवर्तमान चेयरमैन अशोक मीनावाला ने बताया, 'यह आम स्मार्ट कार्ड जैसा होगा। इसमें व्यक्ति, कंपनी, जीजेएफ की सदस्यता और दूसरी तकनीकी जानकारियां होंगी।' उनके मुताबिक आभूषण लाने ले जाने में काफी जोखिम होता है। स्मार्ट कार्ड से अधिकारी यह जान सकेंगे कि आभूषण का असली मालिक कौन है। स्मार्ट कार्ड अभियान के तहत विभिन्न क्षेत्रों में दो या तीन कॉल सेंटर खोले जाएंगे। मीनावाला ने बताया, 'पहला चरण अगले महीने शुरू होगा। इसमें 10,000 ज्वैलरों और उनके कर्मचारियों को स्मार्ट कार्ड जारी किया जाएगा। दूसरे चरण में और 1,00,000 ज्वैलरों और उनके कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा।' ट्रस्टमार्क में ज्वैलरी स्टोर का सर्टिफिकेशन नंबर दिया हुआ होगा। इसके लिए ज्वैलर को क्वालिटी, कीमत और सेवा संबंधी कुछ मानकों पर खरा उतरना होगा। आर्थिक मंदी और ज्वैलरी की ज्यादा कीमत 80,000 करोड़ रुपए के जेम्स और ज्वैलरी सेक्टर पर भारी पड़ रही है। इसको देखते हुए उद्योग अपनी स्थिति में सुधार लाने के लिए उत्पादकता और प्रॉफिट मार्जिन बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। कारोबारी विकास के लिए देशभर के तीन लाख ज्वैलरों की प्रतिनिधि संस्था जीजेएफ ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में मार्केटिंग पर जोर देने का फैसला किया है। फेडरेशन के नवनिर्वाचित चेयरमैन विनोद हायाग्रीव ने कहा, 'हमने तीन साल में कारोबार में 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा है। इससे जेम्स और ज्वैलरी उद्योग 80,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,25,000 करोड़ रुपए हो जाएगा।' उन्होंने कहा कि इस सेक्टर का कुल प्रॉफिट मार्जिन काफी कम 10 से 20 फीसदी है। मेडिकल और कंस्ट्रक्शन सेक्टर के 30 से 70 फीसदी ग्रॉस मार्जिन के मुकाबले यह काफी कम है। आर्थिक मंदी और कीमतों में बढ़ोतरी के असर के बारे में हायाग्रीव ने कहा कि फरवरी और मार्च उद्योग के लिए यह काफी बुरा रहा है। उन्होंने कहा, 'मार्च में कारोबार हमेशा मंदा रहता है। अप्रैल में जरूर मांग में इजाफा होना शुरू हुआ है। जब त्योहार आएंगे तो मांग में और बढ़ोतरी होगी। इससे आने वाले समय में कारोबार में सुधार आएगा।' सरकार भी चाहती है जेम्स और ज्वैलरी उद्योग की स्थिति में सुधार आए। वह फेडरेशेन के बोर्ड में वाणिज्य मंत्रालय के दो अधिकारियों के प्रतिनिधित्व के बारे में भी विचार कर रही है। (ET Hindi)
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