नई दिल्ली। देश में बागवानी फसलों का उत्पादन इस बार नए रिकॉर्ड बना रहा है। प्याज उत्पादन में 27 फीसदी का बड़ा उछाल देखने को मिला है, जबकि आलू और टमाटर का उत्पादन भी लगातार बढ़ रहा है।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जारी 2024-25 के तीसरे अग्रिम अनुमान बताते हैं कि किसानों की मेहनत, नई तकनीक और सरकारी योजनाओं की वजह से देश की बागवानी फसलें तेजी से बढ़ रही हैं। इस बढ़ोतरी ने न सिर्फ किसानों को नई उम्मीद दी है, बल्कि भारत को बागवानी क्षेत्र में और मजबूत बना दिया है।
इस साल बागों का कुल एरिया 29.086 मिलियन हेक्टेयर से बढ़कर 29.488 मिलियन हेक्टेयर होने का अनुमान है। यह लगभग 400,000 हेक्टेयर की बढ़ोतरी है। सरकार का कहना है कि बेहतर बीज, सिंचाई की सुविधा, मॉडर्न टेक्नोलॉजी और ट्रेनिंग प्रोग्राम बागों के एरिया को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
उत्पादन के मामले में भी इस साल बहुत अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला है। पिछले वर्ष कुल उत्पादन 3547.44 लाख टन का था, जो कि इस बार बढ़कर 3690.55 लाख टन होने की उम्मीद है। किसानों की बढ़ती जागरूकता,खेती के आधुनिक तरीके और उपजाऊ फसलों का चयन कुल उत्पादन बढ़ाने में काफी मददगार साबित हुआ।
फलों के उत्पादन में इस साल लगभग 5.12 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है तथा कुल फल उत्पादन 1187.60 लाख टन रहने का अनुमान है। केला, आम, तरबूज, कटहल, पपीता, मंदारिन और अमरूद जैसे प्रमुख फलों का उत्पादन बढ़ा है। सरकार ने बताया कि फलों की खेती में नई तकनीक, पौध गुणवत्ता और वैज्ञानिक सहायता से काफी सुधार हुआ है।
सब्जियों के उत्पादन में भी महत्वपूर्ण बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस साल सब्जियों का कुल उत्पादन 2156.84 लाख टन होने की संभावना है। खास तौर पर प्याज के उत्पादन में 26.88 फीसदी की बड़ी वृद्धि हुई है। पिछले साल प्याज का उत्पादन 242.67 लाख टन था, जो इस बार बढ़कर 307.89 लाख टन होने की उम्मीद है। आलू का उत्पादन भी बढ़कर 581.08 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है।
मसालों और औषधीय पौधों की खेती में भी अच्छी प्रगति हुई है। मसाला उत्पादन 124.84 लाख टन से बढ़कर 125.03 लाख टन होने का अनुमान है। लहसुन, अदरक और हल्दी जैसे मसालों का उत्पादन बढ़ा है। औषधीय और सुगंधित पौधों का उत्पादन पिछले साल 7.26 लाख टन था, जो इस बार बढ़कर 7.81 लाख टन होने की उम्मीद है। इसके साथ ही टमाटर का उत्पादन भी बढ़कर 194.68 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि सरकार किसानों के लिए नई तकनीक और आधुनिक उपकरण उपलब्ध करा रही है। इससे उत्पादन में सुधार हो रहा है और किसानों की आय भी बढ़ रही है। बाजार तक आसान पहुंच, भंडारण सुविधा, प्रसंस्करण इकाइयों का विस्तार और प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों की मदद कर रहे हैं कि वे अपनी फसलों का बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकें।
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