नई दिल्ली। स्थानीय दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से बुधवार को दिल्ली के नया बाजार में लगातार दूसरे दिन उड़द एसक्यू के साथ ही चना और मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई जबकि अरहर के दाम स्थिर बने रहे।
कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए, देश के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लागू होने की वजह से दालों में मांग में काफी कमी आई है, दालों की थोक के साथ ही खुदरा मांग कमजोर बनी हुई है।
निकट भविष्य में आयातित उड़द आने की संभावना अभी नहीं है, इसके बावजूद भी मिलों की कमजोर मांग बनी रहने से उड़द एसक्यू के भाव में 50 रुपये का मंदा आकर भाव 8,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि एफएक्यू के दाम 7,800 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 की बची हुई 1.50 लाख टन उड़द के आयात की समयसीमा को बढ़ाकर 15 मई 2021 कर दिया है। पहले इसे अप्रैल 2021 तक बढ़ाया था। हालांकि, ट्रेडर्स-मिलर्स को आयात लाइसेंस के आवंटन में देरी होने की आशंका है क्योंकि उच्च न्यायालय द्वारा स्टे आर्डर जारी किया हुआ है। हालांकि व्यापारिक सूत्रों के अनुसार एक पखवाड़े के भीतर DGFT द्वारा आयात लाइसेंस आवंटित किए जाने की उम्मीद है।
चना में हाजिर मांग कमजोर होने से 75 रुपये का मंदा आकर राजस्थानी चना के दाम 5,575 से 5,600 रुपये और मध्य प्रदेश के चना के भाव 5,550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
मसूर की कीमतों में 25 रुपये का मंदा आकर दिल्ली में भाव 6,975 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
लेमन अरहर के दाम दिल्ली में नई और पुरानी के क्रमश: 7,000 रुपये और 6,600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। हरियाणा लाईन की अरहर के दाम 6,200 रुपये और महाराष्ट्र लाईन के 7,100 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर मई डिलीवरी वायदा अनुबंध में चना की कीमतें में 36 रुपये की गिरावट आई, जबकि जून वायदा अनुबंध में इसकी कीमतों में 37 रुपये का मंदा आया।
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