नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से सोमवार को मुंबई में आयातित अरहर और उड़द की कीमतों में गिरावट आई, जबकि खराब मौसम के कारण कनाडा और आस्ट्रेलियाई मसूर की कीमतों में तेजी आई।
मिलों की कमजोर मांग से बर्मा की लेमन अरहर के साथ अरूर्षा अरहर की कीमतों में 50-100 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 6,250 रुपये और 5,750-5,800 प्रति क्विंटल रह गए। अरहर दाल में खुदरा के साथ ही थोक में ग्राहकी कमजोर रही, जिस कारण मिलों की मांग कमजोर रही। मार्च क्लोजिंग के कारण व्यापार कम हो रहा है।
बर्मा उड़द एफएक्यू नई और पुरानी दोनों की कीमतों में 50-50 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 7,100 रुपये और 7,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। व्यापारियों के अनुसार केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए उड़द के 1.5 लाख टन के आयात कोटे की अंतिम तिथि को 31 मार्च, 2021 से बढ़ाकर 30 अप्रैल 2021 कर दिया है, इसका असर कीमतों पर पड़ रहा है।
बर्मा के स्थानीय व्यापारियों के अनुसार बर्मा के यंगून से करीब 600 केंटनर (14,400 टन) उड़द लेकर चेन्नई के लिए 15 मार्च 2021 को डायरेक्ट वैसल रवाना हुआ था। दूसरा सीधा जहाज 25 मार्च को चेन्नई के लिए रवाना होने की उम्मीद है, इसमें 500-600 कंटेनरों लोड करने की उम्मीद है और तीसरे सीधे जहाज के 15 से 20 अप्रैल के बीच रवाना होने की उम्मीद है।
मध्य प्रदेश मौसम खराब होने के कारण दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से कनाडा की क्रिमसन किस्म की मसूर के दाम मुंबई, कनाडा, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह पर साथ ही आस्ट्रेलियाई मसूर के दाम 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो गए।
आयात पड़ते नहीं लगने के कारण मसूर का आयात संभव नहीं है लेकिन घरेलू बाजार में मौजूदा भाव में स्टॉकिस्ट खरीद नहीं कर रहे हैं। मसूर उत्पादक राज्यों में खराब मौसम चिंता का विषय बना हुआ है।
Daily update All Commodity news like : Wheat, Rice, Maize, Guar, Sugar, Gur, Pulses, Spices, Mentha Oil & Oil Complex (Musterd seed & Oil, soyabeen seed & Oil, Groundnet seed & Oil, Pam Oil etc.)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें