आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान बासमती चावल के निर्यात में 11.07 फीसदी की और गैर बासमती चावल के निर्यात 58.60 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जून में बासमती चावल का निर्यात 4.10 लाख टन का और गैर-बासमती चावल का निर्यात 8.14 लाख टन का हुआ है।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 12.84 लाख टन का हुआ है जोकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 11.56 लाख टन से 11.07 फीसदी ज्यादा है। हालांकि मूल्य के हिसाब से पहली तिमाही में बासमती चावल के निर्यात में कमी आई है। चालू वित्त वर्ष पहली तिमाही में केवल 8,698 करोड़ रुपये मूल्य का ही बासमती चावल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 8,729 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
गैर बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बढ़कर 19.27 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की तिमाही में केवल 12.15 लाख टन का ही निर्यात हुआ था। मूल्य के हिसाब से गैर-बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में 5,853 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,435 करोड़ रुपये मूल्य का ही निर्यात हुआ था।
दिल्ली की नरेला मंडी में गुरूवार को पूसा 1,509 धान की दैनिक आवक 5,000 बोरी की हुई तथा भाव 1,800 से 2,000 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार रहे। पूसा 1,121 बासमती चावल का भाव मंडी में 2,800 से 2,900 रुपये प्रति क्विंटल रहा। व्यापारियों के नई फसल को देखते हुए धान में चावल मिलों की मांग कमजोर है, इसलिए आगे धान के भाव में और भी मंदा आने का अनुमान है।
धान की रोपाई चालू खरीफ में 11.71 फीसदी बढ़कर 378.32 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी रोपाई केवल 338.65 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।............... आर एस राणा
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