आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने चीनी मिलों से कोटे के तहत की गई चीनी के निर्यात की जानकारी मांगी है। सूत्रों के अनुसार चालू पेराई सीजन 2019-20 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान जुलाई अंत तक करीब 53 लाख टन चीनी के निर्यात हुए है जोकि तय कोटे 60 लाख टन से सात लाख टन कम है।
केंद्र सरकार ने पेराई सीजन के लिए 60 लाख टन चीनी का निर्यात निर्धारित किया था, जिसके लिए चीनी मिलों को 10,448 रुपये प्रति टन की दर से सब्सिडी दी जा रही है। यह कोटा मिलों को 30 सितंबर 2020 तक निर्यात करना है। चूंकि पहली अक्टूबर 2020 से गन्ने का नया पेराई सीजन शुरू हो रहा है तथा अगले पेराई सीजन के लिए सब्सिडी पर सरकार चीनी का निर्यात कोटा निर्धारित कर सकती है, इसलिए अभी तक हुए निर्यात की जानकारी मिलों से मांगी गई है।
केंद्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग की ओर से चीनी मिलों को लिखे गए पत्र के अनुसार जुलाई अंत तक 53 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हो चुके हैं तथा इसमें से से बची हुई 7 लाख टन चीनी निर्यात के लिए अब महज डेढ़ महीने का वक्त है। लिहाजा पत्र के जरिए सरकार ने चीनी मिलों को अपने हिस्से की चीनी को जल्द से जल्द निर्यात करने का सुझाव भी दिया है। जिन मिलें कोटे के तहत चीनी निर्यात नहीं किया है या जिन्होंने आंशिक रुप से निर्यात किया है। उनसे भी सरकार ने जानकारी मांगी है। इसके अलावा निर्यात में दिलचस्पी नहीं लेने वाली मिलों को 25 अगस्त तक अपना कोटा सरेंडर करने को भी कहा गया है।
चालू पेराई सीजन के दौरान सरकार ने 60 लाख टन चीनी निर्यात का कोटा जारी किया था। इस कोटे की मियाद 30 सितंबर को खत्म हो जाएगी। इसके तहत मिलों को चीनी निर्यात की मात्रा का भी आवंटन किया जा चुका है। पिछले पेराई सीजन 2018-19 के लिए सरकार ने 50 लाख टन चीनी निर्यात का कोटा जारी किया था। जिसके तहत 38 लाख टन चीनी का निर्यात हो सका था। इस समय विश्व बाजार में चीनी के दाम उंचे चल रहे हैं।......... आर एस राणा
Daily update All Commodity news like : Wheat, Rice, Maize, Guar, Sugar, Gur, Pulses, Spices, Mentha Oil & Oil Complex (Musterd seed & Oil, soyabeen seed & Oil, Groundnet seed & Oil, Pam Oil etc.)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें