आर एस राणा
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार देश में अगस्त के महीने में पिछले 44 साल में सबसे ज्यादा बारिश हुई है जहां देश के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। मध्य प्रदेश के सीहोर, होशंगाबाद और नर्मदा के किनारे बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है, इसके अलावा उत्तर प्रदेश के करीब 18 जनपद बाढ़ से प्रभावित है। गुजरात के भी कई जिलों में भारी बारिश से फसलों को नुकसान की आशंका है।
बिहार, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, गुजरात और गोवा में ज्यादा बारिश
आईएमडी के अनुसार अगस्त महीने में 28 तारीख तक 25 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की गई है। इससे पहले 1983 में अगस्त महीने में सामान्य से 23.8 फीसदी अधिक वर्षा हुई थी। देश में अब तक कुल मिलाकर सामान्य से नौ फीसदी अधिक बारिश हुई है। बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, गुजरात और गोवा में अधिक बारिश दर्ज की गयी है, वहीं सिक्किम में अत्यधिक वर्षा हुई है। कई राज्यों में नदियों में उफान के साथ बाढ़ के हालात हैं।
कई राज्यों में नदिया का जलस्तर सामान्य से ज्यादा
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार देश में 27 अगस्त तक जलाशयों की कुल क्षमता पिछले साल इस अवधि से बेहतर है। यह पिछले दस साल में इसी अवधि में औसत भंडारण क्षमता से भी बेहतर है। सीडब्ल्यूसी ने कहा कि गंगा, नर्मदा, तापी, माही, साबरमती की नदी घाटियों में, कच्छ, गोदावरी, कृष्णा, महानदी और कावेरी तथा दक्षिण भारत में पश्चिम की ओर बहती नदियों में पानी का स्तर सामान्य से अधिक है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर, मणिपुर, मिजोरम और नागालैंड में इस साल कम बारिश हुई है।
कई राज्यों में खरीफ फसलों को नुकसान की आशंका
देश में सामान्य मानसून का मौसम एक जून से 30 सितंबर तक होता है। जून में देशभर में 17 फीसदी अधिक वर्षा हुई थी, वहीं जुलाई में सामान्य से 10 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई जबकि अगस्त में बारिश सामान्य से 25 फीसदी हुई है। कई राज्यों में हुई ज्यादा बारिश सोयाबीन, उड़द, मूंग के साथ ही सब्जियों की फसलों को नुकसान होने का अनुमान है।............. आर एस राणा
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