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10 फ़रवरी 2015

हाट-बाजारों में पहुंचने लगी इमली

जगदलपुर में इस बार इमली की फसल अच्छी है और ग्रामीण इसे लेकर हाट-बाजार में पहुंचने लगे हैं। अभी ठंड पूरी तरह खत्म नहीं हुई है लेकिन इमली पक कर तैयार हो गई है जिसे बस्तर के इमली उत्पादक किसानों के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है। करीब पखवाड़े भर से जिले के लोहंडीगुड़ा, किलेपाल, तोकापाल, दरभा, बास्तानार, चितापुर और पखनार तथा दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण, गीदम आदि बड़े बाजारों में इमली की आवक हो रही है। व्यापारियों के अनुसार इस बार फसल अच्छी होने के बावजूद शुरुआती दिनों में ही इमली के अच्छे दाम मिल रहे हैं। व्यापारी रामकृष्ण साव के अनुसार ग्रामीणों को 11 से 15 रुपये प्रति किलो का भाव मिल रहा है।

बताया गया है कि जो ग्रामीण इमली को अच्छी तरह से सुखाकर ला रहे हैं, उन्हें 14 से 18 रुपये प्रति किलो तक भी भाव मिल रहा है। हाट-बाजारों में इमली की आवक बढऩे के बावजूद मंडी परिसर में अभी तक खरीद-फरोख्त शुरू नहीं हो पाई थी लेकिन 9 फरवरी से शुभ मुहूर्त के साथ ही इसकी खरीद हो जाएगी। बस्तर की इमली की मांग देश के अन्य प्रांतों के अलावा अमेरिका, श्रीलंका, थाइलैंड, बांग्लादेश, चीन, पाकिस्तान, सऊदी अरब सहित कई देशों में है। जगदलपुर मंडी के आंकड़ों के मुताबिक प्रति वर्ष बस्तर में इमली का लगभग 1700 करोड़ रुपये का व्यवसाय होता है। (business strandard)

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