चालू सीजन में रिकार्ड 23 हजार टन पैदावार का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने इलायची के आयात पर 500 रूपये प्रति किलो का टैरिफ वैल्यू लगा दिया है जिससे इसके आयात में तो कमी आयेगी। लेकिन चालू सीजन में अनुकूल मौसम और क्षेत्रफल में हुई बढ़ोतरी से देष में इलायची की रिकार्ड 23,000 टन की पैदावार होने का अनुमान है। ऐसे में इलायची की कीमतों में जुलाई-अगस्त में रमजान की मांग निकलने के बाद ही तेजी की संभावना है।
वाणिज्य मंत्रालय के विदेष व्यापार महानिदेषालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार इलायची के आयात पर तत्काल प्रभाव से 500 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से आयात षुल्क लगा दिया है। इससे आगामी महीनों में आयात में कमी आने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार चालू वित वर्श 2014-15 के अप्रैल से दिसंबर के दौरान करीब 2,000 टन इलायची का आयात हो चुका है।
स्मैक्स एजेंसी के मैनेजिंग डायरेक्टर एम बी रूबारल ने मार्किट टाइम्स को बताया कि इलायची के आयात पर सरकार द्वारा टैरिफ वैल्यू लगा देने से आयात में तो कमी आयेगी, लेकिन चालू सीजन में देष में रिकार्ड 23,000 टन इलायची की पैदावार होने का अनुमान है। उधर ग्वाटेमाला में इलायची की पैदावार बढ़कर 34,000 टन होने का अनुमान है तथा फरवरी-मार्च में ग्वाटेमाला में आवकों का दबाव रहेगा। विष्व बाजार में भारतीय इलायची के दाम 12-17 डॉलर और ग्वाटेमाला की इलायची के 8 से 15.50 डॉलर प्रति किलो हैं। ऐसे में घरेलू बाजार में इलायची की मौजूदा कीमतों में ओर भी 50 से 75 रूपये प्रति किलो की गिरावट आ सकती है।
अग्रवाल स्पाइसेज के प्रबंधक अरूण अग्रवाल ने बताया कि उत्पादक केंद्रों पर इलायची की चौथी तुड़ाई चल रही है इसलिए बोल्ड क्वालिटी के मालों की आवक ज्यादा है। मंगलवार को निलामी केंद्र पर 3,700 टन इलायची की आवक हुई तथा भाव 902 से 1,122 रूपये प्रति किलो रहे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित वर्श 2014-15 की पहली छमाही में इलायची के निर्यात में 10 फीसदी की कमी आई है। अप्रैल से सिंतबर-2014 के दौरान 1,295 टन इलायची का निर्यात हुआ है। इलायची के निर्यातक अषोक पारिख ने बताया कि चालू वित वर्श में कुल 4,200 टन इलायची का निर्यात होने का अनुमान है। जुलाई-अगस्त में रमजान की त्यौहारी मांग से निर्यात बढ़ेगा, साथ ही मसाला निर्माताओं के साथ घरेलू मांग भी बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि चालू वित वर्श में अभी तक करीब 2,000 टन का आयात हो चुका है, सरकार द्वारा आयात पर टैरिफ वैल्यू 500 रूपये प्रति किलो लगा देने से आयात में कमी आयेगी।........आर एस राणा
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