Daily update All Commodity news like : Wheat, Rice, Maize, Guar, Sugar, Gur, Pulses, Spices, Mentha Oil & Oil Complex (Musterd seed & Oil, soyabeen seed & Oil, Groundnet seed & Oil, Pam Oil etc.)
29 जुलाई 2013
जोरदार बारिश से होगा खाद्यान्न का रिकॉर्ड उत्पादन
आर एस राणा नई दिल्ली | Jul 29, 2013, 00:03AM IST
खेतों से उम्मीद
चालू सीजन में अभी तक खरीफ फसलों की बुवाई 17.7 फीसदी ज्यादा
जल्दी बुवाई शुरू होने से खरीफ फसलों को मिलेगा फायदा
पकने के लिए साढ़े चार से पांच माह का पूरा वक्त मिलेगा
फसल जल्दी तैयार होने से बाजार में नई
आवक जल्दी शुरू होगी
इससे महंगाई पर अंकुश लगेगा और आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी
दलहन व तिलहन के बेहतर उत्पादन से
आयात पर निर्भरता कम होगी
अनुकूल मौसम से खरीफ फसलों की बुवाई में हुई भारी बढ़ोतरी से खाद्यान्न की बंपर पैदावार होने की संभावना है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई आंकड़ों के अनुसार चालू खरीफ में फसलों की बुवाई 17.7 फीसदी बढ़कर कुल 747.78 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार आगामी दिनों में भी मौसम अनुकूल ही रहने की संभावना है। ऐसे में खरीफ में खाद्यान्न की रिकॉर्ड पैदावार होने का अनुमान है।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के आयुक्त (कृषि) डॉ. जे एस संधु ने बिजनेस भास्कर को बताया कि जून-जुलाई महीने में हुई बारिश से समय पर खरीफ फसलों की बुवाई हुई है जिससे फसलों को पकाई के लिए पर्याप्त साढ़े चार से पांच महीने का समय मिलेगा, इससे प्रति हैक्टेयर उत्पादकता बढ़ेगी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2011-12 में अनुकूल मौसम से खरीफ फसलों का रिकॉर्ड 13.12 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था जबकि चालू खरीफ में खाद्यान्न उत्पादन वर्ष 2011-12 से भी ज्यादा होने का अनुमान है। तिलहन और दलहन की पैदावार में बढ़ोतरी से खाद्य तेलों और दालों के आयात पर निर्भरता में कमी आएगी।
दलहनी फसलों की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 73.62 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 39.52 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। दालों में अरहर की बुवाई पिछले साल के 17.84 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 29.65 लाख हैक्टेयर में, उड़द की बुवाई 10.31 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 16.98 लाख हैक्टेयर में और मूंग की बुवाई पिछले साल के 7.72 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 17.52 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है।
चालू खरीफ में तिलहनों की बुवाई 167.15 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 138.30 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुवाई पिछले साल के 101.53 लाख हैक्टेयर के आंकड़े को पार कर 117.33 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। मूंगफली की बुवाई भी पिछले साल के 25.45 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 34.82 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है।
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई चालू खरीफ में 196.38 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 184.24 लाख हैक्टेयर में हुई थी। इसी तरह से मोटे अनाजों की बुवाई पिछले साल के 117.48 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 148.82 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। मोटे अनाजों में मक्का की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 71.10 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 57.15 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
कपास की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 105.06 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 97.24 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। गन्ने की बुवाई में चालू खरीफ में जरूर कमी आई है। चालू खरीफ में 48.48 लाख हैक्टेयर में ही गन्ने की बुवाई हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 50.04 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। (Business Bhaskar.....R S Rana)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें