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22 जून 2013
सौ लाख टन गेहूं की बिक्री को सरकार ने दी हरी झंडी
योजना - ओएमएसएस में 85 लाख टन गेहूं बल्क कंज्यूमर को मिलेगा
सरकारी भंडार
सरकारी गोदामों में 442.44 लाख टन गेहूं का स्टॉक
इस साल केवल 250.80 लाख टन गेहूं की खरीद हुई
इस साल देश में 936.2 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान
पिछले साल हुआ था 948.8 लाख टन रिकॉर्ड उत्पादन
पांच लाख टन चावल की बिक्री उपभोक्ता को होगी
केंद्र सरकार खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत 100 लाख टन गेहूं बेचेगी। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की शुक्रवार को हुई बैठक के बाद खाद्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रो. के वी थॉमस ने बताया कि केंद्रीय पूल से कुल 105 लाख टन खाद्यान्न की बिक्री की जाएगी।
इसमें 100 लाख टन गेहूं और पांच लाख टन चावल होगा। सार्वजनिक कंपनियों के माध्यम से अतिरिक्त 20 लाख टन गेहूं के निर्यात का एजेंडा इस बैठक में शामिल नहीं था।
उन्होंने बताया कि गेहूं की बिक्री केवल पंजाब और हरियाणा से ही की जाएगी तथा गेहूं खरीदने के लिए बल्क कंज्यूमर के लिए निविदा भरने का न्यूनतम दाम 1,500 रुपये प्रति क्विंटल होगा जबकि स्मॉल ट्रेडर्स को 3 से 9 टन गेहूं की बिक्री 1,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी। कुल आवंटित 100 लाख टन गेहूं में से 85 लाख टन गेहूं की बिक्री बल्क कंज्यूमर को और 15 लाख टन की बिक्री स्मॉल ट्रेडर्स को होगी।
अभी तक ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री राज्यों के आधार पर भाव तय करके की जाती थी लेकिन इस बार इसकी बिक्री केवल पंजाब और हरियाणा से ही की जाएगी। परिवहन और अन्य खर्च स्वयं फ्लोर मिलर्स को वहन करने होंगे। इसके अलावा पांच लाख टन चावल की बिक्री रिटेल कंज्यूमर को 1,875 रुपये प्रति क्विंटल (परिवहन लागत अलग से) के आधार पर की जाएगी।
सरकार ने खुले बाजार में गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए 100 लाख टन गेहूं का आवंटन ओएमएसएस में किया है। चालू सीजन में निर्यातकों की अच्छी मांग से गेहूं के दाम बढ़कर उत्पादक मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ज्यादा हो गए है। सूत्रों के अनुसार 105 लाख टन खाद्यान्न पर सरकार को करीब 5,491 रुपये की सब्सिडी का भार पड़ेगा।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के पास पहली जून को 442.44 लाख टन गेहूं का स्टॉक जमा था जबकि चालू रबी विपणन सीजन वर्ष 2013-14 में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर केवल 250.80 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई है जो पिछले साल की समान अवधि के 370.44 लाख टन से 119.64 लाख टन कम है।
चालू रबी विपणन सीजन में खाद्य मंत्रालय ने 440 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य किया था। रबी विपणन सीजन 2012-13 में एफसीआई ने 381.48 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद की थी।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में गेहूं का उत्पादन 936.2 लाख टन होने का अनुमान है जो वर्ष 2011-12 के रिकॉर्ड उत्पादन 948.8 लाख टन से कम है। हालांकि जानकारों का मानना है कि चालू रबी में गेहूं का उत्पादन कृषि मंत्रालय के अनुमान से काफी कम होने की आशंका है। (Business Bhaskar/ R S Rana)
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