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29 जनवरी 2013
मिलों को कोटा चीनी की बिक्री के दबाव से राहत
बिजनेस भास्कर नई दिल्ली | Jan 28, 2013, 23:46PM IST
घाटे का सौदा - लेवी चीनी का भाव 1904 रुपये क्विंटल
उद्योग को आजादी
खाद्य मंत्रालय के फैसले से ही चीनी लेवी में कन्वर्ट होगी
इसके लिए मंत्रालय पहले मिलों से जवाब-तलब करेगा
चीनी बेचने के लिए मिलों को मिलेगी और आजादी
लेवी में सस्ते भाव पर चीनी जाने का जोखिम नहीं होगा
कोटे की बिना बिकी चीनी लेवी में स्वत: नहीं जाएगी
केंद्र सरकार ने चीनी उद्योग के डिकंट्रोल की तरफ एक कदम और आगे बढ़ाया है। खाद्य मंत्रालय द्वारा खुले बाजार के लिए जारी किए कोटे की बिना बिकी चीनी अब खुद-ब-खुद लेवी में नहीं बदलेगी। साथ ही, मंत्रालय द्वारा चार महीनों (दिसंबर 2012 से जनवरी 2013) के लिए जारी किए 70 लाख टन चीनी के कोटे में भी 3.5 लाख टन की कमी की गई है।
खाद्य मंत्रालय के अनुसार सरकार द्वारा बिक्री के लिए जारी किए गए कोटे की बिना बिकी हुई चीनी अब अपने आप लेवी में नहीं बदलेगी। इसके लिए मंत्रालय चीनी मिलों से जवाब मांगेगा तथा चीनी मिलों का जवाब मिलने के बाद मंत्रालय ही इस बारे में फैसला करेगा कि बिना बिकी चीनी को लेवी में बदला जाए, या नहीं।
इससे चीनी मिलों पर कोटे की बिक्री अवधि के दौरान चीनी बेचने का दबाव कम होगा। चीनी मिलें खुले बाजार में चीनी की मांग और कीमतों का अध्ययन करके चीनी बेचने के लिए स्वतंत्र होंगी।
अभी तक होता यह था कि सरकार द्वारा खुले बाजार के लिए जारी किए कोटे की बिना बिकी चीनी समयावधि समाप्त होने के बाद अपने आप लेवी में तब्दील हो जाती है। पेराई सीजन 2011-12 के लिए सरकार ने लेवी चीनी की खरीद का दाम 1904 रुपये प्रति क्विंटल किया था।
चालू पेराई सीजन 2012-13 (अक्टूबर से सितंबर) के लिए अभी तक लेवी चीनी का खरीद मूल्य सरकार ने तय ही नहीं किया है। खाद्य मंत्रालय ने चार महीनों (दिसंबर-12 से जनवरी-13) के लिए जारी किए गए 70 लाख टन चीनी के कोटे को भी कम करके 66.5 लाख टन कर दिया है।
चीनी की कीमतों में लगातार आ रही गिरावट के कारण उद्योग संगठन चार महीनों के लिए जारी किए कोटे की समयावधि बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इस्मा के महानिदेशक अबिनाश वर्मा ने बताया कि मंत्रालय ने कोटे की बिना बिकी हुई चीनी को लेवी में नहीं बदलने का अच्छा कदम उठाया है।
इससे चीनी मिलों पर तय की गई बिक्री अवधि के दौरान चीनी बेचने का दबाव कम होगा। उन्होंने बताया कि चीनी की कीमतों में लगातार गिरावट बनी हुई है जिससे मिलों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। थोक बाजार में चीनी के दाम 3,300 से 3,450 रुपये प्रति क्विंटल रहे। (Business Bhaskar)
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