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05 अक्टूबर 2012
गेहूं निर्यात पर वार्ता के लिए ईरान जाएगा दल
मुश्किल सौदा
भारत राजनयिक माध्यम से गेहूं निर्यात का इच्छुक
एक साल में 10 लाख टन गेहूं सप्लाई की पेशकश संभव
लेकिन क्वालिटी मानकों पर ईरान का रुख स्पष्ट नहीं
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाबंदियों से जूझ रहे ईरान को गेहूं निर्यात करने पर बातचीत लिए एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल 6 अक्टूबर को तेहरान जाएगा। यह दल ईरान के अधिकारियों के साथ गेहूं की क्वालिटी और कीमत के बिंदु पर बातचीत करेगा। भारत उसे कम से कम 300 डॉलर प्रति टन का भाव ऑफर कर सकता है।
भारत से सितंबर 2011 में दो साल के बाद गेहूं निर्यात की अनुमति दी थी। लेकिन ईरान अभी भारतीय गेहूं का आयात नहीं कर रहा है। उसने 1996 में क्वालिटी के सवाल पर भारतीय गेहूं लेना बंद कर दिया था। एक अधिकारी ने बताया कि भारत से दस सदस्यीय दल शनिवार को ईरान के लिए रवाना होगा। यह टीम दो दिन की यात्रा के दौरान तेहरान में गेहूं निर्यात के बारे में बातचीत करेगी।
वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी की अगुवाई में जाने वाले इस दल में खाद्य व कृषि मंत्रालय के अलावा भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अधिकारी शामिल होंगे।
रूस में सूखा पडऩे के कारण लंबे अंतराल के बाद ईरान ने भारत से गेहूं आयात में दिलचस्पी दिखाई है। लेकिन उसने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह भारतीय गेहूं के लिए क्वालिटी मानकों में कोई छूट देगा या नहीं। एक सूत्र ने बताया कि ईरान में अधिकारियों के साथ क्वालिटी और कीमत दोनों ही मुद्दों पर बातचीत होगी।
भारत राजनयिक माध्यम से ईरान को अगले एक साल में 10 लाख टन गेहूं सप्लाई करने की पेशकश कर सकता है। लेकिन वह कम से कम 300 डॉलर प्रति टन भाव की पेशकश कर सकता है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध झेल रहे ईरान ने कुछ महीने पहले भारतीय गेहूं की क्वालिटी जांच के लिए एक दल भेजा था। क्वालिटी के विश्लेषण के लिए उसने गेहूं के सेंपल लिए थे।
हाल में खाद्य मंत्री के. वी. थॉमस ने कहा था कि ईरान ने भारत से गेहूं के सेंपल लिए थे। इन पर उसने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। वह भारत से दीर्घकालिक आधार पर गेहूं आयात का इच्छुक है। मंत्री ने कहा कि चूंकि विश्व बाजार में दाम काफी ज्यादा हैं।
इस वजह से ईरान इस साल 10 से 20 लाख टन के बीच गेहूं आयात कर सकता है। गेहूं का निर्यात होने से भारत न सिर्फ ईरान से तेल खरीद के बकाया भुगतान का समायोजन कर सकेगा, बल्कि उसे अपने गोदाम खाली करने में भी मदद मिलेगी। (Business Bahskar)
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