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17 अक्टूबर 2012
ईरान को नियमितखरीदार बनाने के लिए सस्ते गेहूं का ऑफर
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने ईरान को दीर्घकालिक खरीदार बनाने के लिए 10 डॉलर प्रति टन सस्ता गेहूं देने पेशकश की है। इसके तहत ईरान को शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबॉट) के प्रचलित भाव से 10 डॉलर प्रति टन सस्ती दरों पर गेहूं की सप्लाई की जाएगी। दिसंबर में दो लाख टन और अगले तीन साल तक प्रति वर्ष दस लाख टन गेहूं निर्यात करने की योजना बनाई गई है।
एफसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ईरान को सीबॉट के मुकाबले 10 डॉलर प्रति टन कम भाव पर गेहूं बेचने की पेशकश की है। इसके तहत जिस महीने में गेहूं निर्यात का सौदा होगा, उस महीने के सीबॉट के औसत भाव पर सप्लाई की जाएगी। इस समय ईरान को भारतीय गेहूं का निर्यात 315 डॉलर प्रति टन (एफओबी) के भाव पर होगा। सीबॉट में मंगलवार को गेहूं का दाम 325 डॉलर प्रति टन रहा। एफसीआई के अध्यक्ष एवं प्रबंधक निदेशक डॉ. अमर सिंह ने बताया कि ईरान को दिसंबर महीने में दो लाख टन और सालाना 10 लाख टन गेहूं अगले तीन साल तक निर्यात करने पर बातचीत चल रही है।
यह गेहूं प्रमुख उत्पादक राज्यों पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश से निर्यात करने की योजना है। ईरान को गेहूं निर्यात की बातचीत सरकारी स्तर पर चल रही है। हाल में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल ईरान गया था। गेहूं के बंपर उत्पादन को देखते हुए केंद्र सरकार ने सितंबर 2011 में प्राइवेट निर्यातकों को गेहूं निर्यात की अनुमति दी थी, जिसमें से करीब 25 लाख टन गेहूं का निर्यात हो भी चुका है।
उन्होंने बताया कि मार्च 2012 में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने केंद्रीय पूल से सार्वजनिक कंपनियों एमएमटीसी, पीईसी और एसटीसी के माध्यम से 20 लाख टन गेहूं के निर्यात की अनुमति दी थी। इसमें से नवंबर 2012 तक 6.40 लाख टन गेहूं के निर्यात सौदे हो चुके हैं तथा 3 लाख टन की शिपमेंट भी हो चुका है। बाकी बचे हुए गेहूं का शिपमेंट भी अगले महीने तक होने की उम्मीद है।
एफसीआई और राज्य सरकारों को मिलाकर कुल 714 लाख टन खाद्यान्न की कुल भंडारण क्षमता है जबकि केंद्रीय पूल में 665.26 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद है जोकि तय मानकों बफर 212 लाख टन से ज्यादा है। अमर सिंह ने बताया कि 181.08 लाख टन की अतिरिक्त भंडारण क्षमता को मंजूरी दी जा चुकी है जो अगले दो साल में बनकर तैयार हो जाएगी। इसमें से 128.43 लाख टन के लिए निविदा को भी मंजूरी दी जा चुकी है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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